8th Pay Commission: बेसिक सैलरी बढ़कर हो जाएगी 51,480 रुपये, जानें अभी प्राइमरी स्कूल के प्रिंसिपल को कितना मिलता है वेतन

punjabkesari.in Friday, Mar 21, 2025 - 08:03 AM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के प्रिंसिपल का वेतन शिक्षा क्षेत्र के इच्छुक उम्मीदवारों और मौजूदा शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है। वर्तमान में, 7वें वेतन आयोग के तहत उनका वेतनमान तय किया गया है, लेकिन 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद इसमें संभावित वृद्धि हो सकती है। यह लेख मौजूदा वेतन, वेतन को प्रभावित करने वाले कारकों और आगामी वेतन आयोग से होने वाले संभावित बदलावों की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा।

7वें वेतन आयोग के अनुसार वर्तमान वेतन

7वें वेतन आयोग के अनुसार, उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल का वेतन पे लेवल-12 के अंतर्गत आता है। इस वेतनमान के अनुसार:

  • बेसिक सैलरी: न्यूनतम 56,100 रुपये से शुरू होकर अधिकतम 1,77,500 रुपये तक जाती है।

  • वेतन में यह अंतर प्रिंसिपल के अनुभव और सेवा वर्षों के आधार पर होता है।

  • हर साल एक निश्चित प्रतिशत का इंक्रीमेंट दिया जाता है, जिससे वेतन में नियमित वृद्धि होती है।

अतिरिक्त भत्ते और लाभ

बेसिक सैलरी के अलावा, प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल को कई अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं, जो उनकी कुल इनकम को बढ़ाते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • महंगाई भत्ता (DA): यह भत्ता महंगाई दर के अनुसार समय-समय पर संशोधित किया जाता है और बेसिक सैलरी का एक निश्चित प्रतिशत होता है।

  • हाउस रेंट अलाउंस (HRA): यह भत्ता स्कूल की लोकेशन के आधार पर अलग-अलग होता है। छोटे शहरों में HRA कम होता है जबकि बड़े शहरों में यह अधिक होता है।

  • मेडिकल अलाउंस: कुछ राज्यों में सरकारी शिक्षकों को चिकित्सा खर्च के लिए यह भत्ता दिया जाता है।

इन सभी भत्तों को जोड़ने के बाद, प्रिंसिपल की कुल मासिक आय उनकी बेसिक सैलरी से काफी अधिक हो जाती है।

वेतन को प्रभावित करने वाले अन्य कारक

1. अनुभव का प्रभाव

  • अनुभव के आधार पर वेतन में समय-समय पर वृद्धि होती रहती है।

  • प्रत्येक वर्ष वेतन में वार्षिक इंक्रीमेंट जुड़ता है।

  • प्रमोशन या नए वेतनमान के लागू होने पर वेतन में महत्वपूर्ण वृद्धि हो सकती है।

2. स्कूल का प्रकार और लोकेशन

  • सरकारी स्कूलों में वेतन सरकारी नियमों के अनुसार निर्धारित होता है, जबकि निजी स्कूलों में वेतन स्कूल मैनेजमेंट द्वारा तय किया जाता है।

  • शहरी क्षेत्रों में स्थित स्कूलों के प्रिंसिपल का वेतन ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक हो सकता है।

  • ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत प्रिंसिपल को विशेष भत्ते या अन्य सुविधाएं दी जा सकती हैं।

8वें वेतन आयोग से संभावित बदलाव

हाल ही में केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग के गठन को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन, भत्तों और पेंशन की समीक्षा करना है।

  • विशेषज्ञों का अनुमान है कि फिटमेंट फैक्टर 2.6 से 2.85 के बीच रह सकता है।

  • यदि फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है, तो न्यूनतम बेसिक वेतन बढ़कर 51,480 रुपये तक पहुंच सकता है।

  • अनुमान लगाया जा रहा है कि वेतन और पेंशन में 25-30% तक की वृद्धि हो सकती है।

हालांकि, इन बदलावों की सटीक जानकारी 8वें वेतन आयोग की अंतिम सिफारिशों और सरकार की मंजूरी के बाद ही सामने आएगी।


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Content Writer

Anu Malhotra

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