सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 10 लड़कियों संग 10 लड़के इस हालात में मिले... पुलिसवालों ने बंद कर ली आंखे
punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2025 - 08:07 PM (IST)
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नेशनल डेस्क: अरवल शहर में पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पटना से आई पुलिस टीम ने रेड लाइट एरिया में छापेमारी कर 10 लड़कियों और 10 लड़कों को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया है। इनमें कई नाबालिग लड़कियां भी शामिल हैं, जिन्हें जबरन देह व्यापार में धकेला जा रहा था। पुलिस ने 4 घंटे तक चली इस कार्रवाई में कई घरों से आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अरवल के रेड लाइट एरिया में नाबालिग लड़कियों से जबरन देह व्यापार कराया जा रहा है। इस सूचना पर बिहार पुलिस मुख्यालय के कमजोर वर्ग यूनिट की टीम ने अरवल में छापेमारी की। डीएसपी देव कुमार के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं। पुलिस ने इलाके के एक-एक घर की तलाशी ली। इस दौरान कई घरों से आपत्तिजनक सामान बरामद हुआ।
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आपत्तिजनक हालत में मिले लड़के-लड़कियां
छापेमारी के दौरान पुलिस को दो कमरों में आपत्तिजनक हालत में लड़के-लड़कियां मिले। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि वहां काफी आपत्तिजनक स्थिति में दो लड़के और दो लड़कियां मौजूद थे। पुलिस की टीम जब घुसी तो वे वैसी ही हालत में थे। यह नजारा देखकर महिला पुलिसकर्मियों को अपनी आंखें बंद करनी पड़ीं।
सरगना की तलाश जारी, लड़कियों की होगी काउंसलिंग
पुलिस ने सभी लड़के-लड़कियों को स्थानीय थाने ले जाकर पूछताछ की। फिलहाल पुलिस सेक्स रैकेट के सरगना की तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि काउंसलिंग में कई तरह की जानकारी प्राप्त हुई हैं। उस आधार पर सेक्स कारोबार की मुख्य संचालिका की पहचान की जा रही है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
लड़कियों को सौंपा जाएगा परिजनों को या भेजा जाएगा आश्रय गृह
पुलिस अब इन लड़कियों की काउंसलिंग कर रही है। पूछताछ के बाद लड़कियों को उनके घरवालों को सौंप दिया जाएगा या फिर उन्हें सरकारी आश्रय गृह में भेजा जाएगा। अरवल के एसपी डॉक्टर इमाम उल हक ने बताया कि पटना की टीम ने रेड लाइट एरिया में छापेमारी की है। इसमें अरवल पुलिस ने भी सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में छापेमारी टीम की ओर से जो लिखित जानकारी दी जाएगी, उस पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध
यह इलाका सदर थाने के पास ही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह एक रेड लाइट एरिया है। हैरानी की बात यह है कि स्थानीय पुलिस को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी, जबकि पटना पुलिस मुख्यालय को इसकी खबर मिल गई।