बाजार जोखिम के बिना Post Office की इस धांसू स्कीम के जरिए घर बैठे पाएं ₹20,000 हर महीने — जानिए कैसे

punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 09:28 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  रिटायरमेंट के बाद हर किसी की चाहत होती है कि उनके पास एक निश्चित और सुरक्षित आमदनी का साधन हो, जिससे वे सम्मान और आत्मनिर्भरता के साथ अपना बुढ़ापा जी सकें। अगर आप या आपके परिवार में कोई बुज़ुर्ग इस स्थिति में हैं, तो पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह स्कीम सरकार द्वारा संचालित है और इसमें मिलने वाली 8.2% सालाना ब्याज दर बाजार के अन्य सेविंग्स विकल्पों से कहीं अधिक है। साथ ही, इसमें बाजार जोखिम बिल्कुल नहीं है - यानी पैसा भी सुरक्षित और मंथली आमदनी भी तय!

क्या है यह स्कीम?
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) एक सरकारी गारंटीड बचत योजना है, जिसे खासतौर पर रिटायर हो चुके या उम्रदराज़ नागरिकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस स्कीम में आप एकमुश्त राशि निवेश कर सकते हैं और फिर हर तिमाही में तय ब्याज के रूप में आमदनी पाते हैं। यह योजना देश के किसी भी पोस्ट ऑफिस में चालू कराई जा सकती है।

निवेश की शर्तें और पात्रता
आयु सीमा: 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले व्यक्ति इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
सरकारी कर्मचारी: अगर किसी व्यक्ति ने VRS लिया है और उसकी उम्र 55 से 60 वर्ष के बीच है, तो वह भी इस स्कीम में निवेश के पात्र हैं।
डिफेंस कर्मी: सेना या अन्य सशस्त्र बलों से रिटायर 50 से 60 वर्ष के बीच के लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं।

निवेश की अधिकतम सीमा और ब्याज
न्यूनतम निवेश: ₹1,000 से शुरुआत की जा सकती है।
अधिकतम निवेश सीमा: ₹30 लाख तक।
ब्याज दर: वर्तमान में इस योजना पर सालाना 8.2% ब्याज मिलता है, जो बैंक FD और कई अन्य बचत योजनाओं से अधिक है।
ब्याज भुगतान: तिमाही आधार पर खाते में ट्रांसफर होता है।

कैसे मिलेगी हर महीने ₹20,000 की इनकम?
अगर कोई सीनियर सिटीजन इस स्कीम में अधिकतम सीमा ₹30 लाख का निवेश करता है, तो उसे सालाना ब्याज के रूप में लगभग ₹2.46 लाख की कमाई होगी। इस रकम को अगर महीने के हिसाब से बांटा जाए, तो ये करीब ₹20,500 प्रति माह बैठेगी। यानी बिना किसी जोखिम के, हर महीने एक स्थायी इनकम सुनिश्चित की जा सकती है।

योजना की अवधि और प्रीमैच्योर क्लोजर
मेच्योरिटी अवधि: स्कीम की अवधि 5 साल की होती है।
एक्सटेंशन: 5 साल के बाद इसे 3 साल और के लिए बढ़ाया जा सकता है।

प्रीमैच्योर क्लोजर:
1 साल से पहले बंद करने पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा।
1 से 2 साल में बंद करने पर कुल ब्याज में से 1.5% कटेगा।
2 से 5 साल के बीच बंद करने पर 1% की कटौती की जाएगी।

टैक्स बेनिफिट और TDS
टैक्स छूट: आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है।
TDS नियम: अगर सालाना ब्याज ₹50,000 से अधिक होता है तो TDS लागू होगा।
बचाव का तरीका: अगर आपकी टैक्सेबल इनकम नहीं है, तो आप फॉर्म 15G या 15H भरकर TDS से बच सकते हैं।

कैसे खोलें SCSS खाता?
SCSS खाता किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक में खोला जा सकता है। इसके लिए नीचे दिए गए डॉक्युमेंट्स की ज़रूरत होगी:
पहचान पत्र (Aadhaar/PAN)
ऐज प्रूफ
एड्रेस प्रूफ
पासपोर्ट साइज फोटो
निवेश की रकम का चेक या कैश


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Content Writer

Anu Malhotra

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