इंसानियत हुई शर्मसार: बेटे की लाश के साथ 7 घंटे सड़क पर बैठी रही मां

punjabkesari.in Friday, May 25, 2018 - 10:49 AM (IST)

पूर्वी दिल्ली(ब्यूरो): गोकुलपुरी के भागीरथी विहार में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मकान मालिक ने किरायेदार के शव को घर में ले जाने से मना कर दिया और उसकी बुुजुर्ग मां को सड़क पर लाश के साथ बैठने पर मजबूर कर दिया। बुजुर्ग मां करीब 7 घंटे तक अपने बेटे के शव को लेकर सड़क पर बैठी रही, लेकिन न तो पड़ोसियों और न ही पुलिस ने उसकी सुनी। मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस की नींद टूटी और मौके पर पहुंची। यही नहीं, मकान मालिक ने लाश के घर पहुंचने के पहले ही उसका सारा सामान निकालकर बाहर फेंक दिया। जबकि जिस व्यक्ति का शव घर आया था उसकी मौत उसी मकान मालिक के घर में काम करने के दौरान हुई थी। मामले में पुलिस ने शव को श्मशान घाट पहुंचाया और घटना की जांच शुरू कर दी है। 

मलबे में दबकर घायल हो गया था रामनिवास 
कायम गंज, फर्रूखाबाद का रहने वाला रामनिवास (35) अपनी मां रामदर्शनी के साथ भागीरथी विहार में मकान मालिक प्रेमचंद के यहां किराए पर रहता था। रामनिवास के एक रिश्तेदार मुकेश ने बताया कि 18 मई को मकान मालिक प्रेमचंद ने अपना पुराना मकान तोड़कर दोबारा बनाने के लिए रामनिवास को मजदूरी पर लगाया। मकान की तीसरी मंजिल तोड़ते हुए रामनिवास मलबे में दबकर घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी वीरवार सुबह मौत हो गई। जब रामनिवास के रिश्तेदार उसके शव का पोस्टमार्टम कराकर  गांव ले जाने की तैयारी कर रहे थे, उस दौरान मकान मालिक प्रेमचंद ने उसकी बुजुर्ग मां का सामान निकालकर बाहर फेंक दिया और कमरे में ताला लगा दिया। 

मकान मालिक ने कर दिया बुुजुर्ग मां को बेसहारा
जब मकान मालिक से उसके बाकी रिश्तेदारों ने पूछा तो उसने कहा कि यहां कोई नहीं रहता है। ऐसे हालात को देख परिजनों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आश्वासन देकर बुजुर्ग महिला का सामान इक_ा कराया और शव को दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचाया। हालांकि समाचार लिखे जाने तक बुजुर्ग महिला सड़क पर ही बैठी रही, उसे मकान मालिक ने अंदर नहीं जाने दिया। पड़ोसी सहित सभी लोग जानते थे कि मकान मालिक अवैध निर्माण करा रहा था और उसी दौरान इस व्यक्ति की मौत हुई। लेकिन, उसके बाद भी मकान मालिक ने उसका सामान फेंका और उसकी बुुजुर्ग मां को बेसहारा कर दिया। क्या ऐसे में मकान मालिक पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। लेकिन, मामले में पुलिस ने देरी की।  हालांकि मामला जब सीनियर अधिकारियों के पास पहुंचा तो जांच के आदेश दिए और बुजुर्ग मां को घर में वापसी का आश्वासन दिया। 


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Anil dev

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