DDCA अध्यक्ष रजत शर्मा ने दिया पद से इस्तीफा, कहा- यहां ईमानदारी के साथ चलना संभव नहीं
punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2019 - 05:44 PM (IST)
नई दिल्लीः वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने शनिवार को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया। इसका कारण उन्होंने संस्था के बीच चल रही ‘खींचतान और दबावों' में पद पर बने रहने में असमर्थता बताई। शर्मा का लगभग 20 महीने का कार्यकाल उतार चढ़ाव से भरा रहा। इस बीच उनके महासचिव विनोद तिहाड़ा से मतभेद सार्वजनिक तौर पर सामने आए। तिहाड़ा को संगठन में अच्छा समर्थन हासिल है। शर्मा ने बयान में कहा, ‘‘यहां क्रिकेट प्रशासन हर समय खींचतान और दबावों से भरा होता है। मुझे लगता है कि यहां निहित स्वार्थ हमेशा क्रिकेट के हितों के खिलाफ सक्रिय रहे हैं। ''
स्वर्गीय जेटली के निधन के बाद पड़ गए थे कमजोरः सूत्र
रजत शर्मा ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि डीडीसीए में निष्ठा, ईमानदारी और पारदर्शिता के सिद्धांतों के साथ चलना संभव नहीं है जिनसे कि मैं किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करूंगा।'' शर्मा के त्यागपत्र के कुछ घंटों बाद ही सीईओ रवि चोपड़ा ने भी इस्तीफा दे दिया। क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के दो सदस्यों सुनील वाल्सन और यशपाल शर्मा ने भी अपना पद छोड़ दिया। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अतुल वासन की अगुवाई वाली चयनसमिति और कोच केपी भास्कर रणजी ट्राफी टीम के लिए बने रहते हैं या नहीं। शर्मा पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली का समर्थन मिलने पर क्रिकेट प्रशासन से जुड़े़ थे। डीडीसीए के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि जेटली के निधन के बाद शर्मा कमजोर पड़ गए थे क्योंकि पूर्व वित्त मंत्री संस्था के विभिन्न गुटों को एकजुट रखने में अहम भूमिका निभाते थे।
गौरतलब है कि डीडीसीए में जाने माने पत्रकार की बतौर अध्यक्ष नियुक्ति का कई पूर्व क्रिकेटरों ने विरोध किया था, वहीं उनके काम करने के तरीके पर भी पिछले काफी अर्से से सवाल उठ रहे थे जिसमें क्रिकेट संस्था को अपने नोएडा स्थित समाचार चैनल से ही संचालित करने जैसे आरोप शर्मा पर लगे थे। हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में दिल्ली की टीम का खराब प्रदर्शन और जम्मू कश्मीर जैसी कम अनुभवी टीम से मिली निराशाजनक हार के बाद भी डीडीसीए को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी।