गुजरात की तरह ही राहुल कर्नाटक के चुनावी दौरों में भी मंदिरों के दर्शन करेंगे

punjabkesari.in Sunday, Feb 11, 2018 - 10:16 AM (IST)

जालंधर(धवन): कर्नाटक में विधानसभा के आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना चुनावी अभियान मंदिरों के दर्शनों से शुरू  कर दिया है। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि राहुल गांधी द्वारा जिस तरह गुजरात में असंख्य मंदिरों में जाकर दर्शन किए गए थे, उससे कांग्रेस के प्रति हिन्दुओं की आस्था जागृत हुई थी तथा भाजपा को 100 सीटों के आंकड़े से नीचे रखने में मदद मिली थी। उसी तरह से अब राहुल के प्रस्तावित कर्नाटक दौरे को देखते हुए बहुत फूंक-फूंक कर कदम पार्टी रखने जा रही है। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि राहुल गांधी का 4 दिनों का कर्नाटक दौरा आज से शुरू हो गया है। इस दौरान वह जिन-जिन क्षेत्रों में जाएंगे, वहां पड़ते प्रमुख मंदिरों व मठों के दर्शन करेंगे।
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कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि अगले चरण में भी राहुल द्वारा कर्नाटक के चुनावी दौरे के दौरान मंदिरों व मठों में जाने का कार्यक्रम पार्टी ने तैयार किया है। इससे राहुल गांधी यह संदेश दे रहे हैं कि वह केवल मुस्लिम समुदाय से ही बने हुए नहीं हैं जैसे कि पिछले समय में भाजपा ने उनकी छवि को लेकर प्रचार किया था। राहुल मंदिरों में जाकर अपनी धर्मनिरपेक्ष छवि को मजबूत बनाने में लगे हुए हैं। गर्मियों में कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं। यह कहा जा रहा है कि अप्रैल के बाद कभी भी कर्नाटक में चुनाव सम्पन्न हो सकते हैं। कर्नाटक के कांग्रेसियों का मानना है कि राहुल द्वारा अगले दिनों में सभी धार्मिक स्थानों में माथा टेकने का कार्यक्रम है। इसे अगले कुछ दिनों में अंतिम रूप दिया जाएगा। इससे कांग्रेस तथा राहुल गांधी की धर्मनिरपेक्ष छवि उभर कर सामने आएगी, जिसका लाभ पार्टी को लोकसभा चुनाव में ही मिलेगा।

कांग्रेसियों का मानना है कि गुजरात चुनाव के समय भी राहुल ने चुनावी रैलियों से पहले अनेक मंदिरों में जाकर दर्शन किए थे। वह हर मंदिर में राज्य व देश के कल्याण हेतु प्रार्थना करते हैं। कर्नाटक के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव ने कहा कि इंदिरा गांधी भी धार्मिक स्थलों तथा धर्मगुरुओं के मठों मेें जाती थी। राजीव गांधी भी मंदिरों के दर्शनों के लिए जाते रहे। कर्नाटक के कांग्रेसी यह भी कह रहे हैं कि भाजपा ऐसे बोल बोलती रही है, जैसे हिन्दू धर्म पर उसी का अधिकार है।


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