कांग्रेस में राहुल-प्रियंका का दबदबा!, कैप्टन के इस्तीफे पर सोनिया की एक न चली

punjabkesari.in Saturday, Sep 18, 2021 - 08:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से साफ हो गया है कि कांग्रेस में सोनिया गांधी कि नहीं चल रही है और पार्टी पर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी का दबदबा है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कैप्टन सिंह के साथ पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का समर्थन था जबकि राहुल और प्रियंका पूरी तरह से सिद्धू के साथ रहे। उन्हीं के इशारे पर सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान भी सौंपी गई थी लेकिन अब कैप्टन के इस्तीफे से स्पष्ट हो गया है कि पार्टी में सोनिया गांधी बहुत कमजोर पड़ गई हैं और उनकी नहीं चल रही है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उठाए सवाल
इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने आज केरल में कहा कि कांग्रेस में अब नेतृत्व परिवर्तन होना चाहिए। उनका कहना था कि यदि श्री गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाना है तो इस दिशा में तत्काल कदम उठाया जाना चाहिए। श्री थरूर ने कहा कि खुद श्रीमती गांधी पद से इस्तीफा देना चाहती हैं। पार्टी को मज़बूत बनाने के लिए सभी नेता चाहते है कि पार्टी अध्यक्ष बदल जाने चाहिए लेकिन उनके खिलाफ पार्टी में कोई बोल नहीं पाता है। सब उनका सम्मान करते हैं लेकिन अब जो राजनीतिक घटनाक्रम सामने आ रहे हैं उन्हें देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व में अब बदलाव ज़रूरी है। पंजाब में नया मुख्यमंत्री कौन होगा कांग्रेस विधायक दल ने यह जिम्मा पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपा दिया है।

सिद्धू के पक्ष में राहुल-प्रियंका
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि श्री सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान देना और लंबे समय तक सिद्धू-अमरिंदर के बीच चले अंतरकलह की बुनियाद में कांग्रेस आलाकमान की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। उनका यह भी कहना है कि श्रीमती वाड्रा और श्री गांधी शुरू से ही सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपने के पक्ष में रहे हैं। उनका मानना था कि युवाओं के हाथ में कांग्रेस की कमान आनी चाहिए लेकिन श्रीमती गांधी कैप्टन अमरिंदर सिंह की राजनीतिक अहमियत को समझती हैं इसलिए वह कांग्रेस को दोबारा सत्ता में लाने के लिए उन्हें उनके नेतृत्व में चुनाव कराने की पक्षधर रही है। सूत्रों ने तकर् दिया है कि बीच में जब कांग्रेस के प्रभारी महासचिव हरीश रावत अंतरकलह को कम कराने के लिए दोनों पक्षों से बात कर रहे थे तो उन्होंने स्पष्ट घोषणा कर दी थी कि पंजाब विधानसभा का अगला चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उसी दौरान वह कांग्रेस अध्यक्ष से मिलकर पंजाब गए थे।

 


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Content Editor

rajesh kumar

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