''मनरेगा पर बुलडोजर चलाकर गरीबों के...'' सोनिया गांधी ने वीडियो जारी कर सरकार को घेरा
punjabkesari.in Saturday, Dec 20, 2025 - 05:07 PM (IST)
नेशनल डेस्क : केंद्र की एनडीए सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र में मनरेगा के स्थान पर 'वीबी-जी राम जी' बिल पेश किया, जिसे दोनों सदनों में पास कर दिया गया। इस बिल के पारित होने के बाद कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने वीडियो संदेश जारी कर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह नया कानून ग्रामीण बेरोजगारों और गरीबों के हितों के लिए गंभीर खतरा है।
20 साल पहले मनरेगा था क्रांतिकारी कदम
सोनिया गांधी ने कहा, "मुझे आज भी याद है कि 20 साल पहले डॉ. मनमोहन सिंह जी के प्रधानमंत्री रहते हुए मनरेगा कानून संसद में आम राय से पास हुआ। यह कानून क्रांतिकारी था और इसका सीधा फायदा करोड़ों ग्रामीण परिवारों को मिला। विशेषकर वंचित, गरीब और अतिगरीब वर्ग के लिए यह रोजगार का स्थायी जरिया बना। मनरेगा के जरिए लोग अपनी माटी, गांव और परिवार छोड़कर पलायन करने से बच सके और ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाने का अवसर मिला। यह महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपनों की दिशा में ठोस कदम था।"
भाई और बहनों.. नमस्कार
— Congress (@INCIndia) December 20, 2025
मुझे आज भी याद है, 20 साल पहले डॉ. मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे, तब संसद में मनरेगा कानून आम राय से पास किया गया था। यह ऐसा क्रांतिकारी कदम था, जिसका फायदा करोड़ों ग्रामीण परिवारों को मिला था। खासतौर पर वंचित, शोषित, गरीब और अतिगरीब लोगों के लिए… pic.twitter.com/mjH4CfYRVe
मनरेगा पर बुलडोजर का आरोप
सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले 11 साल में मोदी सरकार ने मनरेगा को कमजोर करने की कोशिशें कीं। उन्होंने कहा, "कोविड काल में यह गरीबों के लिए संजीवनी साबित हुआ। लेकिन हाल ही में सरकार ने मनरेगा पर बुलडोजर चला दिया। महात्मा गांधी का नाम हटाया गया और बिना किसी विचार-विमर्श या विपक्ष को विश्वास में लिए मनरेगा का स्वरूप बदल दिया गया। अब किसको, कितना, कहां और किस तरह रोजगार मिलेगा, यह दिल्ली से तय होगा, जबकि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है।"
गरीबों के हितों पर हमला
सोनिया गांधी ने आगे कहा, "कांग्रेस का मनरेगा को लाने और लागू करने में बड़ा योगदान था, लेकिन यह कभी किसी पार्टी का मामला नहीं था। यह देश और जनहित से जुड़ी योजना थी। मोदी सरकार ने इस कानून को कमजोर करके देश के करोड़ों किसानों, श्रमिकों और भूमिहीन ग्रामीण गरीबों के हितों पर हमला किया है। कांग्रेस और उसके सभी नेता, कार्यकर्ता इस हमले का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। 20 साल पहले गरीबों को रोजगार का अधिकार दिलाने के लिए मैं लड़ी थी, और आज भी इस काले कानून के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं।"
