वोट चोरी मामले में इलेक्शन कमीशन राहुल गांधी पर सख्त, कहा- ''आरोप गलत और निराधार''
punjabkesari.in Thursday, Sep 18, 2025 - 02:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क : लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर वोट चोरी के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में वोटरों के नाम डिलीट करने की घटना का हवाला देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर वोट चोरों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। इस पर चुनाव आयोग ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा की, जिसमें राहुल के सभी आरोपों को गलत और निराधार बताया गया।
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस समाप्त होने के कुछ ही मिनटों बाद चुनाव आयोग ने अपना जवाब जारी किया। आयोग की पोस्ट में कहा गया, "राहुल गांधी के आरोप गलत और निराधार हैं।" आयोग ने अपनी पोस्ट के माध्यम से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को स्पष्ट किया, जिसमें वोट डिलीट करने की प्रक्रिया और संबंधित घटनाओं का उल्लेख शामिल है।
चुनाव आयोग के स्पष्टीकरण
आयोग ने कहा कि कोई भी आम नागरिक ऑनलाइन वोटरों के नाम डिलीट नहीं कर सकता। राहुल गांधी ने इस संबंध में गलत जानकारी दी है।
वोटर के नाम डिलीट करने से पहले प्रभावित व्यक्ति को सुनवाई का पूर्ण अवसर प्रदान किया जाता है।
2023 में कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में वोटरों के नाम डिलीट करने की एक असफल कोशिश की गई थी, जिसके खिलाफ चुनाव आयोग ने स्वयं प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करवाई।
चुनाव परिणामों के संदर्भ में आयोग ने बताया कि आलंद विधानसभा क्षेत्र से 2018 में भाजपा के सुबोध गुट्टेदार विजयी हुए थे, जबकि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बी.आर. पाटिल ने जीत हासिल की।
❌Allegations made by Shri Rahul Gandhi are incorrect and baseless.#ECIFactCheck
— Election Commission of India (@ECISVEEP) September 18, 2025
✅Read in detail in the image attached 👇 https://t.co/mhuUtciMTF pic.twitter.com/n30Jn6AeCr
राहुल गांधी के आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कर्नाटक के आलंद में वोट चोरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा, "कर्नाटक के आलंद में वोट चोरी हुई। हमने चोरी पकड़ ली। बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) ने देखा कि उनके रिश्तेदार का वोट डिलीट कर लिया गया था। उन्होंने पता लगाया तो पता चला कि पड़ोसी ने डिलीट किया। पड़ोसी ने मना कर दिया कि मैंने नहीं किया है।" राहुल ने इस घटना को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आयोग वोट चोरों को बचा रहा है, जो संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी की मांगें
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से स्पष्ट मांग की कि वह उन लोगों को संरक्षण न दें, जो लोकतंत्र को समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमारी मांग है कि ज्ञानेश कुमार उन लोगों को ना बचाएं, जो लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी मांग है कि चुनाव आयोग एक हफ्ते के अंदर कर्नाटक सीआईडी को जवाब दे। हमें संविधान ने ताकत दी है, हमारी लड़ाई संविधान बचाने की है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उनको बचा रहे हैं, जो संविधान को कमजोर कर रहे हैं।" यह विवाद कर्नाटक विधानसभा चुनावों से जुड़े मुद्दों को फिर से सुर्खियों में ला रहा है, जहां विपक्ष ने पहले भी चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाए थे। चुनाव आयोग की ओर से अब तक कोई अतिरिक्त बयान जारी नहीं किया गया है।