दिल्ली में 'वोट चोरी' पर कांग्रेस का हल्ला बोल, रामलीला मैदान की महारैली में गरजेंगे खरगे-राहुल

punjabkesari.in Sunday, Dec 14, 2025 - 02:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  कांग्रेस पार्टी ने कथित ‘वोट चोरी’ और चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ियों के आरोपों को लेकर आज दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया है। पार्टी का आरोप है कि चुनाव प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं हो रही हैं और इसमें सरकार तथा चुनाव आयोग की मिलीभगत से लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर किया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि इसी मुद्दे पर जनता को जागरूक करने और दबाव बनाने के उद्देश्य से यह रैली आयोजित की गई है।

इस प्रदर्शन में कांग्रेस के कई शीर्ष नेता शामिल हुए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रैली को संबोधित किया। इनके अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेता भी मंच पर मौजूद रहे। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना जताई गई थी।

रैली से पहले कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता और सांसद पार्टी मुख्यालय इंदिरा भवन में एकत्र हुए और वहां से रामलीला मैदान के लिए रवाना हुए। पार्टी ने इस प्रदर्शन को संसद से सड़क तक लड़ाई का अगला चरण बताया है।

खड़गे का सरकार और गृहमंत्री पर तीखा हमला

दिल्ली में ‘वोट चोरी’ के खिलाफ आयोजित कांग्रेस की मेगा रैली को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा। खड़गे ने कहा कि संसद में जवाब देना एक बात है, लेकिन सरकार ने कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का सीधा और स्पष्ट उत्तर नहीं दिया।

उन्होंने आरोप लगाया कि गृहमंत्री ने संसद में अपने मन से जवाब दिए और गलत जानकारी पेश की। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से पूछा था कि वोट किस तरह और किन तरीकों से चोरी किए गए। इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने सबूतों के साथ अपनी बात रखी, इसके बावजूद सरकार ने सच्चाई से मुंह मोड़ लिया।

कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि महाराष्ट्र, हरियाणा और आनंद जैसी जगहों पर बनी सरकारें वोट चोरी के जरिए सत्ता में आई हैं। उन्होंने कहा कि आज सत्ता में बैठे लोग जनता की वास्तविक पसंद से नहीं, बल्कि चुनावी गड़बड़ियों के दम पर चुने गए हैं। खड़गे ने दोहराया कि कांग्रेस इस कथित सच्चाई को देश की जनता तक पहुंचाने का काम करेगी।

बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस की इस रैली पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्ट में कहा गया, “तुम घुसपैठिए की सेवा में लगे रहो, हम देश की जनता की सेवा करते रहेंगे!”

इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी चुनाव परिणाम राहुल गांधी के पक्ष में नहीं आते, तो वे ईवीएम और वोट चोरी पर सवाल उठाने लगते हैं। वहीं, जब जीत मिलती है तो उसी प्रक्रिया को स्वीकार कर लेते हैं।

अमित मालवीय ने कहा कि लोकतंत्र चयनात्मक भरोसे पर नहीं चल सकता। हार के बाद सिस्टम को बदनाम करना जनता के विश्वास को कमजोर करता है। उन्होंने यह भी कहा कि बिना ठोस सबूतों के चुनाव परिणामों पर सवाल उठाना राजनीतिक विश्वसनीयता और लोकतांत्रिक नैतिकता पर सवाल खड़े करता है। बीजेपी प्रवक्ता ने विपक्ष से आत्ममंथन करने और संस्थाओं के सम्मान के साथ जिम्मेदार नेतृत्व दिखाने की अपील की।

विपक्षी दलों को नहीं मिला न्योता
कांग्रेस की ‘वोट चोरी’ के खिलाफ इस रैली के लिए किसी भी अन्य विपक्षी दल के नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया है। पार्टी का कहना है कि यह अभियान पूरी तरह कांग्रेस के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। कांग्रेस के मुताबिक, कथित वोट चोरी के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान के तहत अब तक करीब 5.50 करोड़ हस्ताक्षर जुटाए जा चुके हैं।

राष्ट्रपति से मिलने की तैयारी
कांग्रेस ने ऐलान किया है कि इस रैली के बाद पार्टी राष्ट्रपति से समय मांगेगी। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपेगा और अब तक जुटाए गए हस्ताक्षरों को भी प्रस्तुत करेगा। पार्टी का कहना है कि यह कदम लोकतंत्र की रक्षा और चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उठाया जा रहा है।

कांग्रेस नेताओं के अनुसार, संसद से सड़क तक इस आंदोलन को ले जाने का मकसद वोटर लिस्ट में कथित हेरफेर और चुनावी अनियमितताओं के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाना है। इस प्रदर्शन में गांधी परिवार के तीनों सदस्यों के अलावा कांग्रेस अध्यक्ष, तीन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल हुए। सभी कांग्रेस सांसद दोपहर 12 बजे इंदिरा भवन में एकत्र हुए और वहां से रामलीला मैदान पहुंचे।


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Content Editor

Mansa Devi

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