इस्तीफे पर अड़े राहुल गांधी ने सारे कार्यक्रम किए रद्द, किसी से नहीं कर रहे मुलाकात
punjabkesari.in Monday, May 27, 2019 - 03:22 PM (IST)
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव मिली हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी, हालांकि पार्टी के सदस्यों ने इसे अस्वीकार कर दिया। सूत्रों के मुताबिक राहुल अपनी बात पर अड़े हुए हैं और नया अध्यक्ष चुनने के लिए उन्होंने पार्टी को समय दिया है। राहुल ने जल्द से जल्द नया अध्यक्ष ढूंढने के लिए कहा है। हालांकि ट्विटर पर अब भी राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने हुए हैं। राहुल ने ट्विटर के बायो से इसे नहीं हटाया है और यह बात कांग्रेसी नेताओं के लिए राहत की है।
Many democratic nations as young as India, soon degenerated into dictatorships.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 27, 2019
On his death anniversary, let us remember Jawaharlal Nehru Ji’s contribution in building strong, independent, modern institutions, that have helped democracy survive in India for over 70 years 🇮🇳
वहीं सूत्रों के मुताबिक राहुल किसी से भी नहीं मिल रहे हैं। कुछ नवनिर्वाचित सांसदों ने उन्हें कॉल किया लेकिन उन्होंने मिलने से मना कर दिया, इसके साथ ही उनकी सभी बैठकों और कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। हालांकि राहुल गांधी सोमवार को पंडित जवाहर लाल नेहरू की 55वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए शांति वन पहुंचे। इस दौरान उनके साथ संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। हालांकि उन्होंने सोनिया गांधी के अलावा किसी से ज्यादा बात नहीं की। इसके साथ ही राहुल ने ट्वीट किया कि कई लोकतांत्रिक देशों ने भारत के समय ही आजादी पाई लेकिन जल्द ही तानाशाही में तब्दील हो गए. हम नेहरु जी की पुण्यतिथि पर मजबूत, स्वतंत्र, आधुनिक संस्थाएं बनाने में उनके योगदान को याद करते हैं जिनसे भारत में पिछले 70 वर्षों से लोकतंत्र के बने रहने में मदद मिली।'
बता दें कि राहुल ने शनिवार को इस्तीफे की पेशकश की थी जिसके बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भावुक हो गए गए थे और कहा था कि अगर वह इस्तीफा देते हैं कई कांग्रेसी कार्यकर्त्ता सुसाइड कर सकते हैं। हालांकि राहुल ने इस पर कुछ नहीं कहा लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के पुत्रमोह पर उन्होंने नाराजगी जताई थी और कहा था कि कई नेताओं ने पार्टी से आगे अपने बेटों को रखा और उन्हें टिकट दिलाने के लिए दबाव बनाया।