सीज़फायर पर राहुल गांधी ने किया पीएम मोदी का घेराव, कहा - ट्रंप के कहने पर PM मोदी ने किया सरेंडर... कांग्रेस कभी ऐसा नहीं करती
punjabkesari.in Tuesday, Jun 03, 2025 - 06:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार को मध्य प्रदेश पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी के ज़मीनी स्तर पर मज़बूती और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के उद्देश्य से शुरू हो रहे महत्वपूर्ण 'संगठन सृजन अभियान' का नेतृत्व किया। राहुल गांधी का यह दौरा 2028 विधानसभा चुनावों की तैयारियों के राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विभिन्न मुद्दों पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया।
BJP- RSS पर 'संविधान खत्म करने' का आरोप
संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी और RSS पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस पार्टी और भारत का संविधान है। दूसरी ओर BJP- RSS हैं जो इस संविधान को खत्म करना चाहते हैं। राहुल गांधी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि देश की सभी संवैधानिक संस्थाएं BJP और RSS के नियंत्रण में जा चुकी हैं। उन्होंने कहा, "सभी संस्थाओं में उन्होंने अपने लोग बैठा दिए हैं और धीरे-धीरे देश का गला घोंट रहे हैं।"
संविधान और सामाजिक न्याय-
राहुल गांधी ने अपने भाषण में दो प्रमुख मुद्दों को कांग्रेस की प्राथमिक लड़ाई बताया। पहला, संविधान की रक्षा और दूसरा सामाजिक न्याय की बहाली। उन्होंने संसद में अपने वादे को दोहराते हुए कहा, "संसद भवन में मैंने देश से वादा किया था कि चाहे कुछ भी हो जाए, जातिगत जनगणना संसद से पारित होगी। यह सामाजिक न्याय की दिशा में हमारा संकल्प है।" उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी इन दोनों सिद्धांतों पर अडिग रहेगी।
BJP- RSS को बताया 'डरपोक'
सत्ताधारी दल पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वे बीजेपी और आरएसएस वालों को अब अच्छे से जान गए हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "इनको थोड़ा सा दबाओ तो डर कर भाग जाते हैं।" राहुल गांधी ने इसे विपक्ष की ताकत और जनता की एकजुटता का परिणाम बताया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया।
सीजफायर और मोदी-ट्रंप की बातचीत पर तंज
अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया, "उधर से ट्रंप ने फोन किया और इशारा किया कि मोदी जी क्या कर रहे हो? नरेंदर, सरेंडर। और 'जी हूजूर' कर के मोदी जी ने ट्रंप के इशारे का पालन किया।" यह टिप्पणी उन्होंने किसी विशिष्ट घटना के संदर्भ में की, जिसे उन्होंने पीएम मोदी की विदेश नीति में 'समर्पण' के रूप में पेश किया।
इंदिरा गांधी से की तुलना: 'सरेंडर' नहीं करती कांग्रेस
राहुल गांधी ने अपने बयान को मजबूती देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, "आपको एक समय याद होगा जब फोन नहीं आया था बल्कि 7th फ्लीट आई थी लेकिन इंदिरा जी ने कहा था 'मुझे जो करना है मैं करूंगी', यह फर्क है।" उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस का कैरेक्टर 'सरेंडर' करने वाला है, "आजादी के समय से सरेंडर वाली चिट्ठी लिखने की आदत है, ज़रा सा दबाव बना तो ये लोग सरेंडर कर देते हैं।" इसके विपरीत, उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी सरेंडर नहीं होती है। गांधी जी, नेहरू जी, सरदार पटेल। यह सरेंडर वाले नहीं बल्कि सुपरपावर से लड़ने वाले लोग हैं।"