Rain Alert: 7 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट, 11 से अधिक राज्यों में विकराल बारिश का मचेगा तांडव, लोग रहे अलर्ट
punjabkesari.in Wednesday, Sep 03, 2025 - 08:32 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत के विभिन्न हिस्सों में मानसून का असर अब विकराल रूप ले चुका है। देश के कई राज्यों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का सिलसिला जारी है, और मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र ने उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्वी और दक्षिणी भारत के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे अगले कुछ दिनों तक कई राज्यों में मूसलाधार बारिश जारी रहने की चेतावनी दी गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 2 सितंबर से 7 सितंबर तक के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी केवल सामान्य बारिश की नहीं है-कई राज्यों में हालात गंभीर हो सकते हैं। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र जैसे राज्यों में अत्यधिक भारी वर्षा की आशंका है और वहां रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसका सीधा अर्थ है कि इन इलाकों में जलभराव, भूस्खलन, सड़क अवरोध और बाढ़ जैसी आपदाएं कभी भी सामने आ सकती हैं। लोगों को घरों के भीतर ही रहने की सलाह दी गई है और प्रशासन को उच्चतम स्तर की तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर भारत में फिर संकट की आहट
उत्तर भारत में मानसून की रफ्तार अब चेतावनी के स्तर पर पहुंच गई है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। खासकर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मंगलवार को कुछ स्थानों पर बेहद भीषण वर्षा हो सकती है, जिसके चलते भूस्खलन और सड़कों के बंद होने की आशंका बनी हुई है। मौसम विभाग ने चेताया है कि इन पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले मौसम की अद्यतन जानकारी लेना जरूरी है, क्योंकि बिजली गिरने और तेज हवाओं का भी खतरा बना हुआ है।
पूर्व और मध्य भारत भी बारिश से बेहाल
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में अगले कुछ दिन भीषण बारिश लेकर आएंगे। विशेष रूप से छत्तीसगढ़ और ओडिशा में 3 और 4 सितंबर को कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। इन इलाकों में वज्रपात, आंधी और तूफान की घटनाएं भी हो सकती हैं। बंगाल की खाड़ी में बन रही कम दबाव की प्रणाली ने पूरे क्षेत्र को बारिश के घेरे में ले लिया है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घरों की जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त रखें और जलभराव वाले इलाकों में विशेष सावधानी बरतें।
पूर्वोत्तर भारत में भी लगातार बारिश का सिलसिला
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों-असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश-में इस सप्ताह मौसम पूरी तरह से बारिश के नाम रहेगा। विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश में 4 और 7 सितंबर को भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। तेज हवाएं, बिजली गिरने और संभावित भूस्खलन की वजह से इन राज्यों में भी सतर्कता बेहद जरूरी है। पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को खास तौर पर सुरक्षित जगहों पर रहने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
दक्षिण भारत भी बारिश की चपेट में
केरल, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे दक्षिण भारतीय राज्य भी भारी बारिश से अछूते नहीं हैं। मौसम विभाग के अनुसार 4 सितंबर तक इन इलाकों में तेज बारिश हो सकती है, जबकि मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में 7 सितंबर तक रुक-रुक कर भारी बारिश का सिलसिला चलता रहेगा। समुद्र किनारे बसे इलाकों में तेज हवाएं और बिजली गिरने की घटनाएं भी संभावित हैं। किसानों और स्थानीय निवासियों को मौसम की जानकारी लगातार लेते रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
दिल्ली-NCR में मौसम अस्थिर, अचानक मूसलाधार बारिश की संभावना
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में फिलहाल येलो अलर्ट जारी है, लेकिन बीते मंगलवार को दिन के कुछ घंटों के लिए रेड अलर्ट घोषित किया गया था, जब अचानक आई मूसलाधार बारिश ने राजधानी को पानी-पानी कर दिया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश जम्मू-कश्मीर से मध्य प्रदेश तक फैले ट्रफ, हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती दबाव और पश्चिमी विक्षोभ के मेल से हुई। आने वाले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है, लेकिन अचानक तेज बारिश से इनकार नहीं किया जा सकता।