जानिए कैसे यह प्रस्तावित नियम कुंवारों को सेरोगेसी के लाभ से करता है वंचित

punjabkesari.in Sunday, Apr 16, 2017 - 12:37 PM (IST)

नई दिल्ली: करण जौहर और तुषार कपूर जैसे बॉलीवुड सिलेब्रिटी सेरोगेसी की मदद से पिता होने का सुख उठा पाए लेकिन संतान सुख चाहने वाले एेसे बाकी कुंवारे लोगों को भविष्य में इस दिशा में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल प्रस्तावित सेरोगेसी कानून कहता है कि इस सुविधा का लाभ सिर्फ कानूनी तौर पर शादीशुदा जोड़े ही ले सकते हैं। वकीलों और डॉक्टरों समेत कई विशेषज्ञों का मानना है कि सेरोगेसी की सुविधा के लाभ से एकल माता-पिता को वंचित नहीं किया जाना चाहिए और जोड़ों के पास भी यह विकल्प होना चाहिए कि वे किसी एेसी महिला को सेरोगेट मां के तौर पर चुन सकें, जो उनकी करीबी रिश्तेदार नहीं है। हालांकि वरिष्ठ वकील शेखर नफाडे इस पूरे मुद्दे पर एक अलग और मिला-जुला रूख रखते हैं।

उन्होंने यह बात मानी कि चर्चित हस्तियों में एकल माता-पिता बनने का एक ‘चलन’ हो गया है। हालांकि उन्होंने इस बात की वकालत की कि दंपति की करीबी महिला को ही सेरोगेट मां बनने की अनुमति देने वाला प्रावधान हटाया जाना चाहिए। सेरोगेसी (नियमन) विधेयक, 2016 पिछले साल लोकसभा में लाया गया था। इस विधेयक को पारिवारिक कानूनों के मामलों को देखने वाले अनिल मल्होत्रा और प्रिया हिंगोरानी जैसे वकीलों की आेर से आलोचना का सामना करना पड़ा। इन्होंने समलैंगिकों से माता-पिता बनने का सुख छीन लेने वाले प्रावधानों पर हमला बोला। इस विधेयक का एक प्रावधान कहता है कि केवल कानूनी तौर पर शादीशुदा लोग ही सेरोगेसी का लाभ ले सकते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News