बेरोजगारी के गलत आंकड़े पेश किए

punjabkesari.in Wednesday, Mar 22, 2023 - 07:45 PM (IST)

 

चंडीगढ़, 22 मार्च:  (अर्चना सेठी) मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने मंगलवार को विधान सभा में बेरोजगारी पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हरियाणा में सरकारी आंकड़ों के अनुसार बेरोजगारी दर 9.3 प्रतिशत है और फरवरी 2023 तक हरियाणा में कुल बेरोजगारों की संख्या 10 लाख 46 हजार है जिसमें से 6 लाख 46 हजार पंजीकृत बेरोजगार हैं। मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि सीएमआईई के आंकड़े झूठे हैं। इनेलो नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान प्रिविलेज कमेटी को जाना चाहिए क्योंकि इस पर विस्तृत जांच की जरूरत है। 

 

दरअसल हरियाणा में बेरोजगारी पर सोमवार को भारत सरकार द्वारा जो आंकड़े लोक सभा में दिए गए हैं वो 13 लाख 11 हजार बेरोजगार हैं। लोक सभा और विधान सभा में बेरोजगारी पर प्रस्तुत किए गए आंकड़ों में दिन-रात का अंतर है जिसका मतलब या तो मुख्यमंत्री ने विधान सभा में झूठ बोला है या फिर लोक सभा में जो आंकड़े दिए गए हैं वो झूठे हैं। 

 

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है और 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। अकेले शिक्षा और पुलिस विभाग में ही 60 हजार से ऊपर पद खाली पड़े हैं। झूठ बोलना भाजपा गठबंधन सरकार का तकिया कलाम हो गया है। मुख्यमंत्री ने सदन में बेरोजगारी के गलत आंकड़े पेश किए हैं और प्रदेश की जनता को गुमराह किया है। उन्होंने मांग की कि भाजपा गठबंधन सरकार बेरोजगारी पर श्वेत-पत्र जारी करे। 

 

इनेलो नेता ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी के मामले में हकीकत बहुत डरावनी है। एक तो जो मुख्यमंत्री 1 लाख नौकरियां देने के दावे कर रहे हैं उनकी सच्चाई यह है कि उनमें से 70 प्रतिशत भर्तियां या तो कोर्ट द्वारा रोक दी गई हैं या फिर उन्हें रद्द कर दिया गया है।  

 

दूसरा, सरकारी नौकरी चाहने वालों के लिए इससे बड़ा झटका क्या हो सकता है कि हरियाणा की भाजपा गठबंधन सरकार ने सभी विभागों, बोर्डों और निगमों में पिछले दो वर्षों में खाली पड़े सभी पदों को समाप्त कर दिया है। तीसरा, हरियाणा में सरकारी पदों पर प्रदेश से बाहर के लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं। इसी साल फरवरी महीने में ही तकनीकी शिक्षा प्राध्यापकों के 153 पदों में से 106 पदों पर बाहर के युवाओं का चयन किया गया।


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News Editor

Archna Sethi

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