निजामुद्दीन मरकज खाली कराने के लिए कर ली गई थी ''ऑपरेशन कमांडो'' जैसी तैयारी

punjabkesari.in Wednesday, Apr 01, 2020 - 06:40 PM (IST)

नेशनल डेस्कः निजामुद्दीन के मरकज से लोगों को निकालने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कमान संभाली और ‘ऑपरेशन मरकज’ पूरा किया। लेकिन एनएसए के निर्देशों का मरकज मौलाना पालन नहीं करते तो उसे खाली कराने के लिए ‘ऑपरेशन कमाडों’ जैसी तैयारी कर ली गई थी। सूत्रों के अनुसार अजित डोभाल 28 और 29 की रात दो बजे के बाद गए थे। उन्होंने मौलाना को मौजूद संदिग्ध लोगों के टेस्ट और क्वारंटीन करने और जगह खाली करने के बारे में समझाया। एनएसए के समझाने के बाद मौलाना निर्देशों का पालन करने को तैयार हो गए।
PunjabKesari
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन पश्चिम में इस महीने की शुरुआत में बड़ी धार्मिक सभा की अगुवाई करने वाले मौलाना के खिलाफ कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोई जनसभा आयोजित नहीं करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने संबंधी सरकारी आदेशों के उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया है। मौलाना साद के अलावा डॉ. ज़ीशान, मुफ्ती शहज़ाद, एम. सैफी, यूनुस और मोहम्मद सलमान के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज किया गया है।
PunjabKesari
मरकज़ को आज सुबह लगभग 3:30 बजे खाली कर लिया गया है। यहां लगभग 2100 लोग थे। इस जगह को खाली करने में 5 दिन लगे। वहीं दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार मरकज का मौलाना साद 28 मार्च से लापता है। 28 मार्च को ये मरकज से निकला, ओखला या जाकिर नगर गया फिर वहां से लापता है। इसकी तलाश में दिल्ली पुलिस की टीम जुटी है। इसपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
PunjabKesari
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने एक वीडियो जारी किया जिसमें एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी निजामुद्दीन मरकज के सदस्यों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे आगंतुकों से अपने गृह क्षेत्र वापस जाने को कहें ताकि कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर सामाजिक दूरी कायम करने के लिए जारी सरकारी आदेशों का पालन हो सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वीडियो 23 मार्च को हजरत निजामुद्दीन के थाना प्रभारी (एसएचओ) कार्यालय में बनाया गया था।
PunjabKesari

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Yaspal

Recommended News

Related News