प्रेमानंद महाराज ने बताया पहलगाम के आतंकवादियों कौन सी सजा देनी चाहिए

punjabkesari.in Sunday, Apr 27, 2025 - 04:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। पाकिस्तान के आतंकी संगठन द रेसिस्टेन्स फ्रंट (TRF) द्वारा इस हमले में 26 हिंदू पर्यटकों की हत्या कर दी गई, जिससे पूरे देश में गुस्सा फैल गया। इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए, वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत जताई। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को किसी भी हाल में छोड़ना नहीं चाहिए और शत्रु पर दया का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उनके अनुसार, आतंकवादियों की मृत्यु ही समाज की सेवा है।

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Vipin Rana (@shortsbyvipin)

आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत पर प्रेमानंद महाराज का बयान
हमले के बाद कई संतों और समाज के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज ने भी इस आतंकी हमले की कड़ी आलोचना की है। महाराज ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उनका मानना है कि शत्रु पर दया नहीं करनी चाहिए, क्योंकि अगर उसे छोड़ दिया गया तो वह लाखों लोगों की जान ले सकता है।

प्रेमानंद महाराज ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में प्रेमानंद महाराज से एक जवान यह सवाल करता है कि अगर आतंकवादी पकड़ा जाए और वह अपनी बीवी-बच्चों की दुहाई दे, तो उसे क्या सजा दी जानी चाहिए? इस पर प्रेमानंद महाराज का कहना था, "हम किसी आतंकवादी को नहीं छोड़ेंगे। हमें दया नहीं दिखानी चाहिए, क्योंकि अगर उसे छोड़ा गया तो वह फिर से हमला करेगा और कई परिवारों को नष्ट कर देगा। उसकी मृत्यु ही सेवा है, और शत्रु पर दया का कोई स्थान नहीं है।"

आतंकवादियों की सजा पर संतों का विचार
प्रेमानंद महाराज का कहना है कि हमारे शास्त्रों में यह कहा गया है कि ऐसे लोगों को मार देना ही उचित है। उनका उद्देश्य लोगों की हत्या करना है, और ऐसे लोगों को जीवनदान देने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम आतंकवादियों को छोड़ देते हैं तो वे आगे चलकर और भी लोगों की हत्या कर सकते हैं, जिससे लाखों जिंदगियां प्रभावित हो सकती हैं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
प्रेमानंद महाराज के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया है। कई यूजर्स ने उनके बयान का समर्थन किया और कहा कि अब समय आ गया है कि आतंकवादियों का सफाया किया जाए। कुछ ने तो यह भी कहा कि पाकिस्तान और आतंकवादियों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाना चाहिए।

भारत के सख्त कदम
भारत ने इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। भारत ने सिंधु जल समझौते को रोकने का फैसला लिया है। अगर यह समझौता रोका जाता है, तो पाकिस्तान में पानी की गंभीर समस्या खड़ी हो जाएगी। इसके अलावा, भारत ने आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का संकल्प लिया है और आतंकवादी संगठनों को पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में काम करने का ऐलान किया है।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News