18 साल से इस बीमारी से जूझ रहे हैं प्रेमानंद Maharaj, जानिए कितनी है खतरनाक?

punjabkesari.in Friday, Apr 18, 2025 - 11:14 AM (IST)

नेशनल डेस्क। संत प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य इन दिनों ठीक नहीं है। बीते तीन दिनों से उन्होंने भक्तों को दर्शन नहीं दिए जिससे श्रद्धालुओं में चिंता बढ़ गई। बुधवार और गुरुवार को जैसे ही सुबह भक्त उनके दर्शन के लिए पहुँचे लेकिन महाराज बाहर नहीं आए। कई लोग भावुक होकर रो पड़े। वहीं आज सुबह संत प्रेमानंद महाराज ने गाड़ी से उतरकर थोड़ी दूरी तक पैदल चलकर कुछ भक्तों को दर्शन दिए जिससे भीड़ में थोड़ी राहत दिखाई दी।

➤ क्या है प्रेमानंद महाराज की बीमारी?

प्रेमानंद महाराज करीब 18 वर्षों से किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्हें ऑटोसोमल डॉमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज नामक बीमारी है जो एक जेनेटिक डिसऑर्डर है। इस बीमारी में किडनी में धीरे-धीरे सिस्ट (गांठें) बनने लगती हैं जो समय के साथ बढ़ती जाती हैं और किडनी की कार्यक्षमता को खत्म कर देती हैं। यही वजह है कि महाराज की दोनों किडनियां फेल हो चुकी हैं और वे डायलिसिस पर हैं।

➤ ADPKD बीमारी क्या होती है?

ADPKD (Autosomal Dominant Polycystic Kidney Disease) एक वंशानुगत बीमारी है जो आमतौर पर 30 वर्ष की उम्र के बाद दिखाई देती है। इसमें धीरे-धीरे किडनियों में पानी से भरे सिस्ट बनने लगते हैं जो किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं।

अगर परिवार में किसी को ये बीमारी रही है तो अगली पीढ़ी को भी इसके होने की संभावना 50% तक होती है।

➤ इस बीमारी के लक्षण क्या हैं?

- पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द

- बार-बार यूरिन इंफेक्शन

 

यह भी पढ़ें: बारात आई थी विदाई को, पहुंच गई सीधी कार्रवाई को! डीजे वाले बाबू ने बजाया ऐसा गाना नाचते-नाचते...

 

- पेशाब करने में दिक्कत

- हाथ-पैरों में सूजन

- थकान और कमजोरी

- खून की कमी

- डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें

➤ डायलिसिस क्या है?

जब किडनी शरीर से विषैले तत्वों को फिल्टर करने में असमर्थ हो जाती है तब मरीज को डायलिसिस पर रखा जाता है। इसमें मशीन के जरिए खून को साफ कर शरीर में वापस डाला जाता है। यह प्रक्रिया हफ्ते में दो से तीन बार करनी पड़ती है और हर बार लगभग 4 घंटे लगते हैं।

डायलिसिस किडनी को ठीक नहीं करता लेकिन उसकी कार्यक्षमता का विकल्प बनकर मरीज को जीवित रखने में मदद करता है।

➤ क्या हैं इस बीमारी के खतरे?

- किडनी में गांठें फटना या उनमें खून बहना

- बार-बार संक्रमण 

- किडनी स्टोन

- ब्लड प्रेशर का बढ़ना

- लिवर और दूसरे अंगों पर असर

 

यह भी पढ़ें: 40 की उम्र के बाद क्यों जा रही हैं नौकरियां? भारत की दिग्गज कंपनी के CEO ने खोले राज

 

➤ कैसे करें बचाव?

इस बीमारी का पूरी तरह इलाज नहीं है लेकिन इसकी प्रगति को रोका जा सकता है:

- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें

- भरपूर मात्रा में पानी पिएं

- धूम्रपान और शराब से दूर रहें

- हेल्दी और संतुलित आहार लें

- नियमित रूप से व्यायाम करें

- वजन को संतुलित रखें

- डॉक्टर से नियमित जांच कराते रहें

➤ महाराज की स्थिति और भक्तों की श्रद्धा

प्रेमानंद महाराज की तबीयत फिलहाल नाजुक बनी हुई है लेकिन उनका जज़्बा और आस्था अडिग है। वे हर परिस्थिति में भक्तों से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उनके दर्शन के लिए लगातार भीड़ उमड़ रही है और हर कोई उनकी सेहत के लिए प्रार्थना कर रहा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Rohini Oberoi

Related News