Premanand Maharaj: क्या बिस्तर पर बैठकर कर सकते हैं भगवान का नाम जप? भक्त के सवाल का महाराज ने दिया ये जवाब
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 12:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज इन दिनों अपने आध्यात्मिक प्रवचनों को लेकर सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। उनके वीडियो न केवल लाखों लोगों द्वारा देखे जा रहे हैं, बल्कि उनकी सादगी और भावनात्मक उत्तर भक्तों के दिल को छू लेते हैं। हाल ही में एक सत्संग के दौरान एक भक्त ने महाराज से प्रश्न किया- क्या बिस्तर पर बैठकर भगवान का नाम जप किया जा सकता है? तो महाराज ने इस प्रश्न का जवाब अत्यंत सरल, लेकिन अर्थपूर्ण तरीके से दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि नाम जप और गुरु मंत्र – इन दोनों में मूल अंतर है और उनका पालन करना जरूरी है।
हर परिस्थिति में संभव है नाम जप
महाराज के अनुसार, भगवान के नाम का जप आप कहीं भी और किसी भी स्थिति में कर सकते हैं। चाहे आप यात्रा में हों, बिस्तर पर हों या किसी भी कार्य में व्यस्त हों, भगवान का नाम हर स्थान और समय पर पवित्र होता है। उन्होंने यहां तक कहा कि शौचालय में भी नाम जप किया जा सकता है, क्योंकि ईश्वर का नाम स्वयं में शुद्ध और शक्ति से परिपूर्ण है।
गुरु मंत्र के लिए जरूरी है पवित्रता
हालांकि, प्रेमानंद महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि गुरु मंत्र का जाप हर जगह नहीं किया जा सकता। खासतौर से ऐसे स्थान, जैसे कि शयनकक्ष जहां गृहस्थ जीवन का संचालन होता है, या शौचालय जैसे अपवित्र स्थान, वहां गुरु मंत्र का जाप वर्जित है। गुरु मंत्र का प्रयोग पवित्रता और एकाग्रता के साथ ही करना चाहिए।
श्रद्धा ही है सबसे बड़ा साधन
महाराज ने अपने संदेश में कहा कि ईश्वर का नाम लेने के लिए विशेष स्थिति, आसन या स्थान की आवश्यकता नहीं है। सबसे आवश्यक है- मन में श्रद्धा और भक्ति। यदि भक्त के मन में भगवान के प्रति प्रेम है, तो वह कहीं भी नाम जप कर सकता है और उस दिव्य प्रभाव का अनुभव कर सकता है।