घंटों स्टेशन के बाहर बैठा रहा यात्री, RPF को देखा तो घबरा गया… झोले की तलाशी में निकली चौंकाने वाली सच्चाई
punjabkesari.in Tuesday, Jul 08, 2025 - 10:00 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर एक ऐसा वाकया सामने आया जिसने RPF जवानों को भी चौंका दिया। स्टेशन के बाहर एक यात्री घंटों से एक ही जगह पर बैठा था, जिसकी हरकतें कुछ अजीब सी लग रही थीं। लेकिन जैसे ही आरपीएफ के जवान उसकी ओर बढ़े, वह फुर्ती से अपने फटे हुए झोले को छिपाते हुए उसी पर बैठ गया। तभी अचानक उसके झोले से आवाज आने लगी — और फिर जो सच सामने आया, उसने चोरी की एक पूरी कहानी बयां कर दी।
कहां और कैसे हुआ मामला?
यह घटना प्रयागराज रेलवे स्टेशन के हावड़ा एंड, जीआरपी कॉलोनी मंदिर के पास की है। आरपीएफ की टीम उस समय प्लेटफॉर्म और उसके आसपास यात्री सामान की चोरी रोकने के लिए विशेष अभियान चला रही थी। इसी दौरान एक यात्री की संदिग्ध गतिविधियों पर जवानों की नजर पड़ी। वह व्यक्ति काफी देर से एक ही जगह बैठा हुआ था, जबकि उसके सामने से कई ट्रेनें आ-जा चुकी थीं। उसकी इस असामान्य गतिविधि पर संदेह गहराया, और जैसे ही जवान उसके पास पहुंचे, वह अपने झोले को छिपाते हुए उसी पर बैठ गया।
मोबाइल की घंटी ने खोला राज
पूछताछ के दौरान अचानक उसके बैग से एक मोबाइल की घंटी बजने लगी, और फिर दूसरे मोबाइल की। जवानों ने जब उसका झोला चेक किया तो दो महंगे मोबाइल फोन, एक चांदी की पायल, एक लॉकेट, एक कड़ा, और ₹10,000 नगद बरामद हुए।
चोर निकला पेशेवर, करता था चलती ट्रेनों में वारदात
पकड़े गए व्यक्ति की पहचान सुशील कुमार, निवासी गांव गारवपुर, थाना सोरांव, जिला प्रयागराज के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह चलती ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों से यात्रियों का कीमती सामान चुराता था। वह चोरी के सामान को बेचने प्रयागराज स्टेशन आया था, लेकिन आरपीएफ की सतर्कता से पकड़ में आ गया।
अब क्या हुई कार्रवाई?
आरपीएफ की कार्रवाई के बाद आरोपी को कानूनी प्रक्रिया के तहत जीआरपी को सौंप दिया गया, जहां से उसे आगे की कार्रवाई के लिए लोकल पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
रेलवे सुरक्षा बल ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने सामान की निगरानी रखें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत नजदीकी सुरक्षा कर्मियों को दें।