ट्रंप सरकार ने आखिरी दिन चीन के खिलाफ उइगर मुस्लिमों पर की बड़ी घोषणा, भारत को 'C-R' से किया अलर्ट

punjabkesari.in Wednesday, Jan 20, 2021 - 11:13 AM (IST)

लॉस एंजलिसः अमेरिका की डोनाल्‍ड ट्रंप सरकार ने अपने शासन के आखिरी दिन भी चीन को  करारा झटका देते हुए  जहां उइगर मुस्लिमों पर एक बड़ी घोषणा की वही भारत के लिए चिंता जताते हुए उसे आगाह भी किया।  जाते-जाते ट्रंप सरकार ने शिंजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के साथ चीन के व्‍यवहार को नरसंहार घोषित करते  नए प्रतिबंध लगाने का भी ऐलान किया है। ट्रंप सरकार ने चीन को उसकी हरकतों के लिए चेतावनी और अपने दोस्त भारत को ड्रैगन और रूस से सर्तक रहने की सलाह दी है।  अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने  यह ऐलान ऐसे समय पर किया है ज‍ब नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के सत्ता संभालने में मात्र ही कुछ ही घंटे बचे हैं। 

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उइगर मुस्लिमों के साथ चीन का व्‍यवहार 'नरसंहार' घोषित किया
निवर्तमान  अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट करके कहा, ' चीन अपने शिंजियांग प्रांत में नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध कर रहा है। चीन उइगर मुस्लिमों और जातीय तथा धार्मिक अल्‍पसंख्‍यक गुटों को निशाना बना रहा है। यह चीनी लोगों और हर जगह सभ्‍य देशों का अपमान है।' उन्‍होंने कहा कि इसके लिए चीन और कम्‍युनिस्‍ट पार्टी को जिम्‍मेदार ठहराना होगा। पॉम्पियो ने  कहा है कि चीन का यह जनसंहार अब भी जारी है। लोग देख रहे हैं कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार सुनियोजित तरीक़े से उइगरों को तबाह कर रही है।'

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पॉम्पियो का यह बयान अब तक की सबसे कड़ी टिप्पणी
पॉम्पियो का यह बयान चीन के उत्तरी-पश्चिमी शिंजियांग में उइगरों को लेकर उसकी कार्रवाई पर अब तक की सबसे कड़ी टिप्पणी है। मानवाधिकार समूहों का मानना है कि चीन ने पिछले कुछ सालों से लाखों उइगर मुसलमानों को निगरानी कैंपों में कैद कर रखा है जिसे चीन सरकार पुनर्शिक्षण कैंप कहती है। फिलहाल पोम्पियो के इस ऐलान के बाद अभी बाइडेन टीम ने कोई प्र‍तिक्रिया नहीं दी है। हालांकि बाइडेन की टीम के कई सदस्‍य पहले इस तरह के प्रतिबंध लगाए जाने के समर्थन में रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह प्रतिबंध अचानक से नहीं लगाए हैं। इससे पहले भी अमेरिका चीन के खिलाफ कई प्रतिबंध लगा चुका है। ताजा प्रतिबंध भी उसी दिशा में एक कड़ी हैं।  

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भारत को चीन व रूस से किया अलर्ट
इसके अलावा ट्रंप सरकार में विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भारत के लिए एक ट्वीट में कहा 'ब्रिक्स याद है? जायर बोल्सोनारो (ब्राजील के राष्ट्रपति) और नरेंद्र मोदी को शुक्रिया। बी और आई दोनों को पता है कि सी और आर उनके लोगों के लिए ख़तरा हैं। ' ब्रिक्स (BRICS) ब्राज़ील, रूस, इंडिया, चीन और साउथ अफ़्रीका का संगठन है।पॉम्पियो ने B  ब्राजील और I इंडिया के लिए ये बातें कही हैं। उन्होंने C (चीन) और R (रूस) को लेकर कहा है कि दोनों देश ब्राजीन और भारत के लिए खतरा हैं। 

 

बता दें कि पिछले साल से ही ट्रंप प्रशासन ने चीन पर दबाव बढ़ा दिया है। अमेरिका ने चीन के ताइवान, तिब्‍बत, हॉन्‍ग कॉन्‍ग और दक्षिण चीन सागर को लेकर चल रहीं गतिविधियों को लेकर कई अधिकारियों और कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये प्रतिबंध उस समय और कड़े हो गए जब पिछले ट्रंप और पोम्पियो दोनों ने ही चीन पर कोरोना वायरस को छिपाने का आरोप लगाया था। इससे पहले पोम्पियो ने ताइवान के अधिकारियों के साथ अमेरिका के राजनयिक संबंध बनाने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया था।

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गौरतलब है कि  पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन के बीच कई महीनों से तनाव है।  हाल ही में रूसी विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव के बयान से दोनों देशों के संबंधों में तनाव बढ़ गया था।  रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लवरोव ने क्वैड गुट पर सख्त टिप्पणी करते हुए भारत को चीन के खिलाफ पश्चिमी देशों की 'लगातार, आक्रामक और छलपूर्ण' नीति में एक मोहरा बताया था। क्वाड गुट में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया हैं।  इस गुट को एशिया-पैसिफिक में चीन विरोधी गुट के तौर पर देखा जा रहा है। 

 
 

  
 

 


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Tanuja

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