IVF से माता-पिता बनने की राह में प्रदूषण बन रहा रुकावट, जानें इससे बचने के उपाय

punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2025 - 10:45 AM (IST)

नेशनल डेस्क. हर शादीशुदा जोड़ा माता-पिता बनने का सपना देखता है। जब नेचुरल तरीके से यह संभव नहीं हो पाता, तो कई लोग IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) का सहारा लेते हैं। यह एक साइंटिफिक तकनीक है, जिसकी मदद से कपल्स अपने पेरेंटहुड के सपने को पूरा कर सकते हैं। हालांकि IVF की मदद से कई आम लोग और सेलिब्रिटीज माता-पिता बने हैं, लेकिन हाल ही में एक स्टडी में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।


स्टडी के मुताबिक, वायु प्रदूषण IVF प्रक्रिया और प्रेग्नेंसी पर नकारात्मक असर डाल सकता है, जो कपल्स प्रेग्नेंसी प्लान कर रहे हैं। खासकर IVF के जरिए उन्हें प्रदूषण से बचने की सख्त सलाह दी गई है। आइए जानते हैं कि यह स्टडी क्या कहती है और इससे क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

क्या कहती है स्टडी?

अमेरिका के एमोरी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च की, जिसमें यह पाया गया कि वायु प्रदूषण का असर मानव भ्रूण के विकास पर पड़ता है, जब महिला के अंडाशय (Egg Production) या पुरुष के शुक्राणु (Sperm Production) बन रहे होते हैं। उस समय यदि कपल प्रदूषित हवा के संपर्क में रहता है, तो इससे उनकी प्रजनन क्षमता (Reproductive Health) पर बुरा असर पड़ता है। रिसर्च के अनुसार, प्रदूषण में मौजूद सूक्ष्म कण (Carbon Particles) शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं। ये कण शुक्राणुओं की गुणवत्ता (Sperm Quality) को खराब कर देते हैं और भ्रूण के सही विकास में बाधा डालते हैं।

कैसे किया गया रिसर्च?

इस स्टडी के लिए 915 लोगों को शामिल किया गया। ये सभी पुरुष IVF तकनीक की मदद से पिता बनने की योजना बना रहे थे। उनकी जांच में पाया गया कि जो लोग लंबे समय तक वायु प्रदूषण के संपर्क में रहे। उनके शुक्राणु की गुणवत्ता उन लोगों से खराब थी, जो साफ वातावरण में रहते थे।

प्रदूषण से कैसे बचें?

रिसर्च टीम के एक्सपर्ट्स ने सलाह दी है कि जो कपल्स प्रेग्नेंसी प्लान कर रहे हैं। उन्हें प्रदूषण के स्तर को गंभीरता से लेना चाहिए। खासतौर पर जो लोग IVF तकनीक का सहारा ले रहे हैं। उन्हें इन बातों का ध्यान रखना चाहिए...

अपने इलाके का प्रदूषण स्तर जांचें: अगर आपके क्षेत्र में वायु प्रदूषण अधिक है, तो उसे कम करने के उपाय करें।

साफ हवा में समय बिताएं: सुबह जल्दी उठकर शुद्ध हवा में वॉक करें।

एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें: घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।

हेल्दी डाइट लें: एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाना खाएं, जैसे फल और सब्जियां, जो प्रदूषण के असर को कम कर सकते हैं।

फिजिकल एक्टिविटी करें: नियमित व्यायाम करें, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो।


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Content Editor

Parminder Kaur

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