''नफरत की राजनीति'' हमेशा नहीं चलती, AAP ने भाजपा को दी नसीहत

punjabkesari.in Sunday, May 14, 2023 - 09:55 PM (IST)

नई दिल्लीः कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सत्ता से हाथ धोने वाली भारतीय जनता पार्टी को नसीहत देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को कहा कि भाजपा को यह सीखने की जरूरत है कि ‘नफरत की राजनीति' हमेशा नहीं चलती। ‘आप' के राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी यह समझना होगा कि ‘‘गैर-मुद्दों पर चुनाव लड़ने, नफरत की राजनीति करने और विपक्ष का गला घोंटने का समय खत्म होने वाला है।''

सिंह ने कहा, ‘‘जब आप महंगाई, बेरोजगारी, अडाणी घोटाला, ‘अग्निवीर' और किसानों के मुद्दे पर बात नहीं करेंगे और फर्जी और गैर-मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे तो ऐसा ही नतीजा आता है।'' ‘आप' नेता ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीता क्योंकि लोगों ने राज्य में भाजपा के ‘‘40 प्रतिशत कमीशन' शासन को देखते हुए इसे एक विकल्प के रूप में चुना। उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए एक बड़ा संकेत है और चेतावनी भी है कि नफरत की राजनीति और गैर-मुद्दों को चुनाव का मुद्दा बनाने की कोशिशें लंबे समय तक जारी नहीं रहेंगी।''

सिंह ने कर्नाटक की उन सभी 209 विधानसभा सीटों पर ‘आप' उम्मीदवारों की हार को स्वीकार किया जहां से उन्होंने चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला था और ऐसी स्थिति में ‘‘किसी तीसरे पक्ष'' के लिए शायद ही कोई मौका था। उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर कर्नाटक चुनाव के नतीजे हमारे पक्ष में अच्छे नहीं रहे हैं। लेकिन इससे निराश होने की जरूरत नहीं है।''

सिंह ने कहा कि कर्नाटक में ‘आप' नेता और कार्यकर्ता लोगों के संपर्क में बने रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘वे अपना काम करते रहेंगे और (दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं ‘आप' के राष्ट्रीय संयोजक) अरविंद केजरीवाल की नीतियों को जन-जन तक ले जायेंगे, तो निश्चित रूप से भविष्य में अच्छे नतीजे सामने आयेंगे।''

आप नेता ने दावा किया कि ‘आप' में भाजपा को हराने की क्षमता है और वह इसे कई बार दिखा चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले साल दिल्ली एमसीडी में भाजपा के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया। हमने दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाजपा को हराया। हमारे पास क्षमता है।''

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए ‘आप' की योजना के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि इस बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि ऐसे कई कारक हैं जिन पर आम चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ‘आप' का ध्यान संगठन निर्माण, इसके विस्तार और विभिन्न राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करने पर है।

यह पूछे जाने पर कि क्या ‘आप' लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी, सिंह ने कहा कि इस तरह का फैसला उस समय की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि लोग ‘‘महंगाई, बेरोजगारी, अडाणी घोटाला, किसानों की दुर्दशा'' जैसे वास्तविक मुद्दों पर वोट करते हैं तो प्रधानमंत्री मोदी को अगले साल लोकसभा चुनाव में मौका नहीं मिलेगा।

सिंह ने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि लोकसभा चुनाव में लोगों के मूलभूत मुद्दे राजनीतिक मुद्दे बन जाएं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं शर्त लगाने के लिए तैयार हूं कि यदि लोग इन मुद्दों पर वोट करते हैं तो मोदी कहीं टिक नहीं पायेंगे।''


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Content Writer

Yaspal

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