पीएम विश्वकर्मा योजना: कौन लोग नहीं ले सकते लाभ? जानें पूरी पात्रता शर्तें और जरूरी बातें

punjabkesari.in Wednesday, Nov 26, 2025 - 06:10 AM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत सरकार ने पारंपरिक कारीगरों और हस्तशिल्प से जुड़े लोगों की आय बढ़ाने और उनके हुनर को आधुनिक बनाने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य उन लोगों को आर्थिक सहायता, ट्रेनिंग और मॉडर्न टूल्स देना है, जो पीढ़ियों से किसी एक कला या कारीगरी से जुड़े हुए हैं।

लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह है कि हर कोई इस योजना का लाभ नहीं ले सकता। इसके लिए सरकार ने कुछ नियम तय किए हैं।

कौन-कौन इस योजना में शामिल हो सकते हैं?

पीएम विश्वकर्मा योजना केवल उन लोगों के लिए है जो पारंपरिक रूप से किसी कारीगरी या हुनर से जुड़े हैं। इनमें शामिल हैं:

  • बढ़ई (लकड़ी का काम करने वाले)

  • सुनार व जौहरी (सोने–चांदी का काम करने वाले)

  • लोहार

  • राजमिस्त्री

  • कुम्हार (मिट्टी के बर्तन बनाने वाले)

  • नाई (बाल काटने वाले)

  • मोची (जूते सिलाई व मरम्मत)

  • हथकरघा व हस्तशिल्प से जुड़े कारीगर

  • पेंटर, दर्जी, हथियार बनाने वाले आदि

सरकार ने लगभग 18 ट्रेड को इसमें शामिल किया है।

कौन लोग इस योजना का फायदा नहीं ले सकते?

1. पारंपरिक कारीगर नहीं हैं

अगर आप किसी भी कारीगरी या पारंपरिक कौशल से नहीं जुड़े हैं, तो आप इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।

2. सरकारी नौकरी वाले लोग

जो लोग किसी भी सरकारी नौकरी में हैं—

  • केंद्र सरकार

  • राज्य सरकार

  • स्थानीय निकाय

  • सरकारी उपक्रम (PSU)

उन्हें इस योजना का फायदा नहीं मिलेगा।

3. पहले से किसी अन्य सरकारी स्किल डेवलपमेंट योजना का लाभ लेने वाले

यदि कोई व्यक्ति पहले से किसी केंद्र या राज्य सरकार की किसी अन्य स्किल ट्रेनिंग योजना का लाभ ले रहा है, तो वह पीएम विश्वकर्मा में शामिल नहीं हो सकता।

4. जिनकी आय कारीगरी से नहीं आती

यह स्कीम केवल उन लोगों के लिए है जो पूरी तरह से स्वरोजगार पर निर्भर हैं और अपनी कमाई अपने हुनर से करते हैं। अगर आय का स्रोत कारीगरी नहीं है, तो योजना लागू नहीं होगी।

योजना के तहत मिलने वाले फायदे

ट्रेनिंग + स्टाइपेंड

  • योजना में रजिस्ट्रेशन के बाद लाभार्थी को ट्रेनिंग दी जाती है।

  • ट्रेनिंग के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन स्टाइपेंड मिलता है।

 टूल किट खरीदने के लिए 15,000 रुपये

ट्रेनिंग पूरा करने के बाद सरकार ₹15,000 की आर्थिक सहायता देती है, ताकि लाभार्थी अपने काम के लिए नई टूल किट खरीद सके।

2 चरणों में लोन की सुविधा

1️⃣ पहला लोन

  • 1 लाख रुपये

  • 18 महीनों की अवधि

  • कम ब्याज दर पर उपलब्ध

2️⃣ दूसरा लोन

  • पहले लोन की समय पर अदायगी के बाद

  • 2 लाख रुपये तक

  • 30 महीनों की अवधि

योजना का मुख्य लाभ क्या है?

  • कारीगरों को आधुनिक प्रशिक्षण मिलता है।

  • उनके व्यवसाय को बढ़ाने के लिए सीधी आर्थिक मदद।

  • कम ब्याज पर बड़े लोन की सुविधा।

  • हुनर आधारित रोजगार को बढ़ावा।

  • छोटी कारीगरी को नए स्तर पर ले जाने की कोशिश।


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Content Writer

Pardeep

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