PM Modi कल कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ में होंगे शामिल, बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को देंगे श्रद्धांजलि

punjabkesari.in Thursday, Jul 25, 2024 - 06:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ में शामिल होने के लिए लद्दाख जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मोदी सुबह करीब 9.20 बजे कारगिल युद्ध स्मारक जाएंगे और कर्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि देंगे।

1999 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की 'रजत जयंती' मनाने के लिए तीन दिवसीय भव्य समारोह बुधवार को कारगिल जिले के द्रास में शुरू हुआ। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री वर्चुअल तरीके से शिंकुन ला सुरंग परियोजना का पहला विस्फोट भी करेंगे। शिंकुन ला सुरंग परियोजना में 4.1 किलोमीटर लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग शामिल है, जिसका निर्माण निमू नदी पर लगभग 15,800 फीट की ऊंचाई पर किया जाएगा।
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पदुम-दारचा रोड लेह को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। एक बार पूरा हो जाने पर, यह दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। शिंकुन ला सुरंग न केवल हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज और कुशल आवाजाही सुनिश्चित करेगी, बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी। बता दें कि करीब 18 हजार फीट की ऊंचाई पर कारगिल में लड़ी गई इस जंग में देश ने 527 से ज्यादा वीर योद्धाओं को खोया था, वहीं 1300 से ज्यादा घायल हुए थे।

क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस 
कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को मनाया जाता है ताकि 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध में भारत की जीत की याद की जा सके। इस दिन भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय को सफलतापूर्वक अंजाम देकर कारगिल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थित पाकिस्तानी सैनिकों और घुसपैठियों को खदेड़ दिया था। कारगिल युद्ध लगभग तीन महीने तक चला और इसमें भारतीय सेना ने अपने साहस और शौर्य का अद्वितीय प्रदर्शन किया।
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कारगिल विजय दिवस भारतीय सेना के जवानों की वीरता, बलिदान और देशभक्ति की भावना को सम्मानित करने और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने इस संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिवस पूरे देश में विभिन्न समारोहों, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मनाया जाता है, जिसमें वीर जवानों के साहसिक कारनामों को याद किया जाता है और उनके परिवारों को सम्मानित किया जाता है।

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Content Editor

rajesh kumar

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