जानें कितना खतरनाक है एंटीबायोटिक का गलत इस्तेमाल? PM Modi ने दी चेतावनी, बोले- एक गोली से...

punjabkesari.in Wednesday, Dec 31, 2025 - 02:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को एक गंभीर स्वास्थ्य संकट के प्रति आगाह किया है। पीएम मोदी ने एंटीबायोटिक दवाओं के बढ़ते गलत इस्तेमाल और उससे पैदा होने वाले एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस (AMR) के खतरे पर चिंता जताई। उन्होंने स्पष्ट किया कि एंटीबायोटिक कोई साधारण दवा नहीं है जिसे बिना सोचे-समझे लिया जाए।

क्यों बेअसर हो रही हैं दवाएं?

पीएम मोदी ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि अब निमोनिया और यूरिन इंफेक्शन (UTI) जैसी सामान्य बीमारियों में भी दवाएं काम नहीं कर रही हैं। जब हम बिना जरूरत या गलत तरीके से एंटीबायोटिक खाते हैं तो शरीर के बैक्टीरिया इन दवाओं के खिलाफ लड़ना सीख जाते हैं और खुद को और भी ताकतवर बना लेते हैं। "एक गोली से सब ठीक हो जाएगा" वाली सोच इंफेक्शन को दवाओं से भी ज्यादा शक्तिशाली बना रही है।

PunjabKesari

विशेषज्ञों की राय: 2050 तक बढ़ सकता है खतरा

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी प्रोफेसर डॉ. अरुण सिद्रम खरात और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस 21वीं सदी का सबसे बड़ा स्वास्थ्य खतरा है। दवाओं के बेअसर होने पर डॉक्टरों को ज्यादा पावरफुल और महंगी दवाओं का इस्तेमाल करना पड़ता है जिनके साइड इफेक्ट्स भी अधिक होते हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर यही स्थिति रही तो 2050 तक एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस दुनिया में मौतों के प्रमुख कारणों में से एक होगा।

PunjabKesari

क्या करें और क्या न करें?

प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कुछ जरूरी अपील की हैं:

  1. डॉक्टर की सलाह अनिवार्य: किसी भी बीमारी में एंटीबायोटिक शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

  2. पूरा कोर्स करें: अक्सर लोग ठीक महसूस करने पर दवा बीच में छोड़ देते हैं जिससे बचे हुए बैक्टीरिया और खतरनाक हो जाते हैं। हमेशा डॉक्टर द्वारा बताया गया पूरा कोर्स खत्म करें।

  3. दवाएं शेयर न करें: जो एंटीबायोटिक किसी और को फायदा कर गई, वह आपके लिए भी सही हो यह जरूरी नहीं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Rohini Oberoi

Related News