G20 Summit में संबोधन में बोले PM मोदी – ‘पुराने मॉडल ने छीने संसाधन, अब समावेशी विकास का समय है’
punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 04:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुँचे। यहां पर यह सम्मेलन 21 से 23 नवंबर तक चलेगा। इस समिट को 'ग्लोबल साउथ' की प्राथमिकताओं को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है। इस दौरान पीएम मोदी ने सम्मेलन को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने रखी वैश्विक विकास की नई दिशा
इसके उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक विकास की दिशा बदलने वाले तीन बड़े प्रस्ताव दुनिया के सामने रखे। प्रधानमंत्री मोदी ने समावेशी विकास पर जोर देते हुए कहा- "पुराने विकास मॉडल ने संसाधन छीने हैं। अब समय आ गया है कि हम समावेशी विकास की दिशा में आगे बढ़ें।"
उन्होंने वैश्विक विकास के लिए एक नई रणनीति अपनाने पर जोर दिया, जिसमें सभी देशों, विशेषकर ग्लोबल साउथ के हितों को प्राथमिकता दी जाए। पीएम मोदी का यह संबोधन विकासशील देशों के सामने आने वाली चुनौतियों को दूर करने और उन्हें सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक मजबूती देने पर केंद्रित था।
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Spoke at the first session of the G20 Summit in Johannesburg, South Africa, which focussed on inclusive and sustainable growth. With Africa hosting the G20 Summit for the first time, NOW is the right moment for us to revisit our development parameters and focus on growth that is… pic.twitter.com/AxHki7WegR
— Narendra Modi (@narendramodi) November 22, 2025
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पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि G20 दशकों से दुनिया की अर्थव्यवस्था को आकार देता रहा है, लेकिन अब विकास के नए मानक तय करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान विकास मॉडल ने बड़े समुदायों को संसाधनों से वंचित किया है और प्रकृति का अंधाधुंध दोहन बढ़ाया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका सबसे अधिक असर अफ्रीका और ग्लोबल साउथ पर पड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि अफ्रीका पहली बार G20 समिट की मेजबानी कर रहा है, इसलिए अब सही समय है कि हम ऐसा विकास मॉडल अपनाएं जो सबको साथ ले और लंबे समय तक टिक सके। उन्होंने कहा कि भारत के प्राचीन मूल्यों विशेषकर समग्र मानववाद का सिद्धांत, दुनिया को आगे बढ़ने का बेहतर रास्ता दिखाता है। भारत एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की सोच को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पीएम मोदी के 3 बड़े प्रस्ताव
सम्मेलन में पीएम मोदी ने वैश्विक समस्याओं से निपटने और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देने के लिए ये तीन प्रमुख प्रस्ताव पेश किए:

ग्लोबल ट्रेडिशनल नॉलेज रिपोजिटरी
इसका अर्थ है कि ऐसी ज्ञान-परंपराओं को संरक्षित करना जो सदियों से प्रकृति-संतुलन, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समरसता को बनाए रखती हैं। भारत के भारतीय ज्ञान प्रणालियां मॉडल के आधार पर एक वैश्विक पारंपरिक ज्ञान भंडार बनाया जाना चाहिए और टिकाऊ जीवन के इन अनुभवों को संरक्षित कर अगली पीढ़ियों तक पहुँचाना।
अफ्रीका का विकास दुनिया के हित में है
पीएम मोदी ने कहा कि अफ्रीका का विकास पूरी दुनिया के हित में है। यह पहल ट्रेन-द-ट्रेनर्स मॉडल पर आधारित होगी, जिसे सभी G20 देश मिलकर फंड और सपोर्ट करेंगे। अगले 10 साल में एक मिलियन प्रमाणित ट्रेनर तैयार करना, जो फिर लाखों युवाओं को कौशल दे सकेंगे।
ड्रग-आतंकवाद गठजोड़ का मुकाबला करने पर G20 पहल
उन्होंने ड्रग–टेरर नेटवर्क और फेंटानाइल जैसे सिंथेटिक ड्रग्स से राष्ट्रीय सुरक्षा और समाज को हो रहे खतरे पर गहरी चिंता जताई। G20 को एक संयुक्त अभियान ड्रग-आतंकवाद गठजोड़ का मुकाबला करने पर G20 पहल शुरू करना चाहिए। यह पहल तस्करी, अवैध वित्तीय नेटवर्क और आतंकी फंडिंग को रोकने में मदद करेगी।
विश्व नेताओं से भी की मुलाकात
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई विश्व नेताओं से मुलाकात की। इसमें इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से हुई द्विपक्षीय बातचीत भी शामिल है, जहाँ दोनों नेताओं ने आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की।
