PM मोदी ने मन की बात में NCC के महत्व पर जोर दिया, कहा - 5,000 स्कूलों में NCC की सुविधा उपलब्ध
punjabkesari.in Sunday, Nov 24, 2024 - 05:30 PM (IST)
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात के 116वें एपिसोड के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। इस एपिसोड में पीएम मोदी ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें एनसीसी, युवाओं की भूमिका, और डिजिटल अरेस्ट जैसी समस्याओं पर जागरूकता फैलाने पर विशेष जोर दिया।
NCC के महत्व पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी
पीएम मोदी ने कहा कि एनसीसी दिवस आज बहुत खास है और यह दिन मेरे लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि मैं खुद एनसीसी का कैंडिडेट रहा हूं। उन्होंने कहा कि एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सेवा की भावना पैदा करती है। जब भी कहीं आपदा होती है, एनसीसी के कैडेट्स वहां मदद के लिए सबसे पहले पहुंचते हैं। इस बार एनसीसी में लड़कियों की संख्या 40% बढ़ी है, जो कि एक सकारात्मक बदलाव है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि एनसीसी को और मजबूत करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है।
NCC का विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि अब तक 5,000 स्कूलों में NCC की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे अधिक से अधिक छात्र इस संगठन से जुड़ पा रहे हैं और राष्ट्रीय सेवा की भावना को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने NCC के महत्व पर भी जोर दिया और बताया कि यह संगठन युवा पीढ़ी को नेतृत्व, अनुशासन और देशभक्ति के महत्व को सिखाता है। प्रधानमंत्री ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि NCC में भाग लेने से न केवल शारीरिक फिटनेस बढ़ती है, बल्कि यह देश की सेवा करने के प्रति एक गहरी प्रतिबद्धता भी विकसित होती है।
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर खास आयोजन
12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की 162वीं जयंती पर एक विशेष आयोजन होगा। पीएम मोदी ने बताया कि इस दिन भारत मंडपम में युवाओं का महाकुंभ आयोजित किया जाएगा, जिसमें करोड़ों युवा भाग लेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को राजनीति में आने के लिए प्रेरित करना है, खासकर उन युवाओं को जो राजनीतिक पृष्ठभूमि से नहीं आते। इस अभियान के तहत एक लाख युवाओं को राजनीति में जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।
तकनीकी जागरूकता पर ध्यान
पीएम मोदी ने डिजिटल क्रांति के महत्व को भी रेखांकित किया और कहा कि आजकल कई युवा समाज में टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूकता फैलाने में लगे हुए हैं। उन्होंने लखनऊ के वीरेंद्र का उदाहरण दिया, जो बुजुर्गों को टेक्नोलॉजी के बारे में शिक्षित कर रहे हैं, और भोपाल के महेश का उदाहरण दिया, जो बुजुर्गों को मोबाइल पेमेंट के बारे में जागरूक कर रहे हैं। इस तरह के कार्यों से यह दिखता है कि किस तरह युवा समाज में बदलाव ला रहे हैं।
डिजिटल अरेस्ट से बचाव पर जागरूकता
प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए भी लोगों को जागरूक किया। उन्होंने पिछले एपिसोड में चर्चा की थी कि इस तरह के अपराधों के शिकार ज्यादातर बुजुर्ग होते हैं। पीएम मोदी ने यह कहा कि "डिजिटल अरेस्ट" जैसा कोई प्रावधान नहीं है, और लोगों को इसे लेकर सावधान रहना चाहिए। उन्होंने युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि वे इस जागरूकता अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और दूसरों को भी इस बारे में समझा रहे हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वह मन की बात कार्यक्रम का हमेशा बेसब्री से इंतजार करते हैं और हर महीने इस कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों के विचार और सुझावों को सुनने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य "अधिक से अधिक संदेश पढ़ना और उन्हें अमल में लाना" है। प्रधानमंत्री ने मन की बात के जरिए देशवासियों से और विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे समाज के लिए अपना योगदान बढ़ाएं और देश की प्रगति में भागीदार बनें।