PM मोदी का पोलैंड में भव्य स्वागत; Videos में देखें लोगों का जुनून, जानें भारत के लिए कितने जरूरी हैं पौलेंड से संबंध

punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2024 - 03:26 PM (IST)

वारसॉ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)  बुधवार को दो दिन के पोलैंड (Poland)  दौरे पर पहुंचे और राजधानी वॉरसॉ में एक भव्य सेरिमोनियल वेलकम का आयोजन किया गया। इस स्वागत समारोह में, भारत के राष्ट्रगान 'जन गण मन' की धुन के साथ पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने पीएम मोदी के लिए लंच की मेज़बानी की। नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।  मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव भी जाएंगे।  वार्ता से पहले चांसलरी में मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया।  

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शाम को PM मोदी राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मुलाकात करेंगे और इसके बाद ट्रेन से यूक्रेन के लिए रवाना होंगे। मोदी  ने जामनगर के 'जम साहिब' महाराज दिग्विजय सिंहजी जडेजा के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा, उन्होंने मोंटे कैसिनो स्मारक और कोल्हापुर परिवार के स्मारक पर भी श्रद्धांजलि दी। मोंटे कैसिनो स्मारक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1944 में मोंटे कैसिनो की लड़ाई में द्वितीय पोलिश कोर की विजय की याद में बनाया गया था।

 

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह पहली बार है कि कोई भारतीय प्रधानमंत्री 45 साल बाद पोलैंड आया है। उन्होंने भारत की वर्तमान नीति का उल्लेख किया, जिसमें सभी देशों के साथ करीबी रिश्ते बनाए रखने की बात की गई है, जबकि पूर्व की सरकारों की नीति थी कि दूरी बनाए रखी जाए। उन्होंने भारत के शांति के लिए कूटनीति और संवाद में विश्वास की बात की और कहा कि भारत मानवता को प्राथमिकता देता है, चाहे विश्व के किसी भी हिस्से में संकट हो।

 

  भारत के लिए कितने जरूरी हैं पौलेंड से संबंध

भारत पोलैंड से रक्षा व्यापार करता आया है, जिसमें हेलिकॉप्टर, विमान के पार्ट्स और अन्य आर्मी हार्डवेयर के सौदे शामिल हैं। भारत के T-72 टैंकों के अपग्रेड में पोलैंड की कंपनी बुमर लाबेडी का प्रमुख योगदान रहा। दोनों देशों की सेनाओं ने कई बार संयुक्त युद्धाभ्यास भी किए हैं। भारत और पोलैंड के बीच ऊर्जा और तकनीक के क्षेत्र में भी कई समझौते होते आए हैं। हाल ही में हिमाचल फ्यूचरिस्टिक कम्यूनिकेशंस लिमिटेड (HFCL) ने ऑप्टिकल फाइबर प्लांट के लिए 144 करोड़ के निवेश की योजना की घोषणा की थी। अगले साल पोलैंड यूरोपियन यूनियन काउंसिल का अध्यक्ष बनने वाला है। इसलिए राजनीतिक पहलू से भी पोलैंड के साथ संबंध भारत के लिए जरूरी है।

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भारत का पोलैंड में 3 बिलियन डॉलर (25 हजार 178 करोड़) से ज्यादा का निवेश है। भारतीय आईटी कंपनियां पोलैंड में लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार देती है। वहीं, पोलैंड का भारत में 685 मिलियन डॉलर (5 हजार 749 करोड़) का निवेश है। भारत और पोलैंड के बीच 2023 में 5.72 अरब डॉलर (करीब 48 हजार करोड़ रुपए) का व्यापार हुआ है। 2013 से 2023 तक दोनों देशों के बीच 192% व्यापार बढ़ा है। 2023 में भारत ने पोलैंड के साथ 3.95 बिलियन डॉलर (33 हजार 146 करोड़) का निर्यात और 1.76 बिलियन डॉलर (14 हजार 770 करोड़) का आयात किया था।


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Content Writer

Tanuja

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