अविश्वास प्रस्ताव के बाद प्रशंसकों से बोले मोदी- 'अब और मुस्कराऊंगा'
punjabkesari.in Sunday, Jul 22, 2018 - 01:28 PM (IST)
नेशनल डेस्क: सप्ताह भर की व्यस्तस्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज तनावमुक्त एवं खुशमिजाका दिखाई दिये और उन्होंने अपने प्रशंसकों एवं समर्थकों को आश्वासन दिया कि वह अब और अधिक मुस्कराएंगे और कहा कि सवा सौ करोड़ भारतीय से उन्हें बहुत शक्ति मिलती है। ट्विटर पर मुंंबई की एक महिला शिल्पी अग्रवाल ने मोदी से एक मासूम सी अपील की कि केवल एक बात मोदी जी, आपको और अधिक मुस्कराना चाहिए। बाकी सब मस्त है। मोदी ने उसका उत्तर देते हुए कहा किआपका सुझाव स्वीकार किया। इसके साथ ही उन्होंने एक स्माइली भी पोस्ट की।
इस पर शिल्पी के मित्रों एवं जानने वालों की ओर से उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। एक मित्र ने कहा कि बधाई हो शिल्पी आपको‘सबसे शक्तिशाली प्रधानमंत्री’ने जवाब दिया है। एक अन्य ट्वीट में 60-70 साल की आयु में अनथक परिश्रम की सराहना किये जाने का उत्तर देते हुए मोदी ने कहा कि सवा सौ करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद बहुत शक्ति देता है। मेरा पूरा समय राष्ट्र के लिए ही है। एक महिला शोभा शेट्टी के संदेश में मोदी को कर्मयोगी कहा गया तो उन्होंने उसके जवाब में लिखा कि आपके उदार शब्दों के लिए धन्यवाद।
वहीं अनंत सुब्रमण्यम नाम के एक यूजर ने पीएम को ट्वीट कर अपनी बेटी का एक आर्टिकल भेजा जो 'स्वच्छ भारत' पर लिखा था। पीएम ने रि-ट्वीट करते हुए लिखा कि इसे पढ़कर खुशी हुई। कृपया उसे मेरी तरफ से बधाई दीजिएगा, मुझे आश्चर्य है कि हमारे बच्चों में स्वच्छता को लेकर इतनी अधिक जागरुकता और उत्साह है।
अनुभव चतुर्वेदी नाम के यूजर ने ट्वीट किया कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उनके भाषण से उन्हें अपने दादा की याद आ गई जिनका पिछले दिनों निधन हो गया। अनुभव ने लिखा कि वह और उनके दादा मोदी के भाषणों को साथ में देखा करते थे। इस पर मोदी ने लिखा कि आपके दादा जी के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं आपके साथ हैं। गौरतलब है कि मोदी पिछले कुछ दिनों से काफी व्यस्त थे क्योंकि संसद में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर 12 घंटे तक हुई चर्चा के दौरान उन्होंने डेढ़ घंटा से अधिक समय तक सदन को संबोधित कर विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब दिया था। इसके अलावा उन्होंने शनिवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक जनसभा को संबोधित किया था और राजधानी दिल्ली में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए श्रीलंका में आपातकालीन एंबुलेंस सेवा का विस्तार किया था।