बिहार में कम होगा ट्रैफिक जाम, PM मोदी ने पटना-सासाराम 4 लेन कॉरिडोर परियोजना को दी मंजूरी
punjabkesari.in Saturday, Mar 29, 2025 - 03:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि केंद्र सरकार ने बिहार में ट्रैफिक जाम को कम करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए पटना-सासाराम चार लेन कॉरिडोर परियोजना को मंजूरी दी है। यह परियोजना बिहार में चुनावों के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
Boosting Bihar’s progress!
— Narendra Modi (@narendramodi) March 28, 2025
Cabinet’s approval for a 4-Lane greenfield and brownfield Patna-Arrah-Sasaram corridor is great news for the people of Bihar. It will encourage economic growth and reduce traffic congestion as well. https://t.co/T7TfsoWtg4
पीएम मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह जानकारी साझा करते हुए लिखा, "बिहार की प्रगति को बढ़ावा देना! कैबिनेट ने पटना-आरा-सासाराम चार लेन ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड कॉरिडोर के लिए मंजूरी दी है, जो बिहार के लोगों के लिए बड़ी खबर है। यह आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा और ट्रैफिक जाम को भी कम करेगा।"
यह ₹3,712.40 करोड़ की परियोजना केंद्रीय आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) द्वारा मंजूर की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में निर्णय लिया गया। इस परियोजना के तहत 120.10 किलोमीटर लंबा एक्सेस-कंट्रोल्ड कॉरिडोर विकसित किया जाएगा, जो पटना से सासाराम को जोड़ेगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में सासाराम, आरा और पटना के बीच कनेक्टिविटी जाम वाले राज्य राजमार्गों (SH-2, SH-12, SH-81, और SH-102) पर निर्भर है, जिसके कारण यात्रा का समय 3-4 घंटे तक बढ़ जाता है।
नया कॉरिडोर हाइब्रिड एनीटी मोड (HAM) के तहत विकसित किया जाएगा, जिसमें ग्रीनफील्ड विकास के साथ-साथ 10.6 किलोमीटर पुराने ब्राउनफील्ड राजमार्गों का उन्नयन किया जाएगा। यह परियोजना आरा, गृहिणी, पिरो, बिक्रमगंज, मोकार और सासाराम जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम को कम करने की उम्मीद है।
यह कॉरिडोर प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों—NH-19, NH-319, NH-922, NH-131G, और NH-120 के साथ जुड़कर और औरंगाबाद, कैमूर और पटना से निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह दो हवाई अड्डों (पटना का जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और आगामी बिथा हवाई अड्डा), चार प्रमुख रेलवे स्टेशन (सासाराम, आरा, दानापुर, और पटना) और पटना इनलैंड वॉटर टर्मिनल तक भी पहुंच बढ़ाएगा। इस कॉरिडोर के निर्माण से पटना-आरा-सासाराम परियोजना क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में अहम भूमिका निभाएगी, जो लखनऊ, पटना, रांची और वाराणसी जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगी और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी।
सरकार का अनुमान है कि इस परियोजना से लगभग 48 लाख मानव दिवसों का रोजगार उत्पन्न होगा, जो बिहार में विकास और रोजगार के नए अवसर खोलेगा। यह पहल आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास, रोजगार सृजन और सामाजिक-आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देती है।