PM मोदी और राहुल गांधी ने एक-दूसरे पर जमकर चलाए सियासी तीर

punjabkesari.in Thursday, Dec 06, 2018 - 09:33 AM (IST)

जालंधर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव में जमकर प्रचार किया। हालांकि चुनाव राज्यों के हो रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने चुनाव को प्रधानमंत्री पर केन्द्रित करके लोकसभा चुनाव की नींव भी तैयार कर दी है। इन तीनों राज्यों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे। प्रधानमंत्री ने भी अपनी चुनावी सभाओं में राहुल गांधी का नाम ले-लेकर हमले बोले। इस लिहाज से चुनावी लड़ाई नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी के बीच होकर रह गई है। हालांकि प्रधानमंत्री ने इन विधानसभा चुनाव में पिछले चुनावों के मुकाबले कम रैलियों को संबोधित किया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की कमजोर स्थिति को देखते हुए मोदी की रैलियों की संख्या कम की गई ताकि हार की स्थिति में ठीकरा प्रधानमंत्री पर न फूटे। हम यहां राजस्थान में नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी की चुनावी सभाओं का विश्लेषण कर रहे हैं।
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पेश है पूरी रिपोर्ट
मोदी की 10 रैलियों से बदलने लगी सियासी फिजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए की गई 10 रैलियों से राज्य की सियासी फिजा बदलने लगी है। राजस्थान के राजनीतिक विश्लेषकों और सत्ता कारोबारियों के मुताबिक मोदी की रैलियों ने भाजपा को राज्य में आशा की किरण दी है। राज्य के सत्ता कारोबारी और राजनीतिक विश्लेषक मोदी की रैलियों से पूर्व भाजपा को 45 से 50 सीटें दे रहे थे जबकि मोदी की रैलियों के बाद सीटों की संख्या का यह आकलन बढ़ कर 65 से 70 हो गया है। हालांकि यह आंकड़ा भी भाजपा को सत्ता से बाहर ही रखेगा लेकिन उसकी हार का अंतर कम हो सकता है। कांग्रेस के लिए पहले जहां विश्लेषक 125 से 130 सीटों का अनुमान लगा रहे थे, वहीं यह आकलन अब कम होकर 105 से लेकर 110 सीटों तक पहुंच गया है यानी बहुमत अब भी कांग्रेस के पास है।
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3 रैलियों में क्या बोले मोदी
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को हनुमानगढ़, सीकर और जयपुर में 3 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। हनुमानगढ़ में जहां उन्होंने सिखों से जुड़े करतारपुर के भावनात्मक मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला और करतारपुर के पाकिस्तान के हिस्से में जाने को कांग्रेस की सत्ता के लालच में की गई ऐतिहासिक भूल बताया तो सीकर में उन्होंने भारत माता के जय के भावनात्मक मुद्दे को लोगों में उछाला और लोगों से भारत माता की जय के नारे लगवा कर खुद को जनता के साथ जोड़ा, इससे पहले राहुल गांधी ने अलवर ने प्रधानमंत्री द्वारा भारत माता की जय के लगाए जाने वाले नारे पर सवाल उठाए थे। जयपुर की तीसरी रैली में प्रधानमंत्री ने विकास पर फोकस रखा और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए एक और मौका मांगा।

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सट्टा बाजार कांग्रेस के पक्ष में
हालांकि भाजपा के शासन वाले राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे 11 दिसम्बर को आने हैं लेकिन सट्टा बाजार इन तीनों राज्यों में कांग्रेस की वापसी पर दाव लगा रहा है, हालांकि छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस में करीबी टक्कर है। सट्टा बाजार की गणना का हालांकि कोई वैज्ञानिक आधार नहीं और यह हर राज्य से आने वाली ग्राऊंड रिपोर्ट और अपने स्रोतों के आधार पर ही गणना तैयार करता है लेकिन पिछले 2 महीने से सट्टा बाजार ने दोनों पाॢटयों की नींद उड़ा रखी है।
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राहुल का फोकस राफेल, किसान और रोजगार पर
प्रधानमंत्री की 3 रैलियों के बराबर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मंगलवार को अलवर, झुंझुनूं और उदयपुर में 3 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। मंगलवार तक राहुल ने राजस्थान में 7 चुनावी सभाएं की थीं और इन सभाओं में राहुल का पूरा फोकस प्रधानमंत्री को राफेल के मुद्दे पर घेरने पर रहा। इसके लिए वह रैली में जनता से नारा लगवाते हैं और बोलते हैं चौकीदार और भीड़ से आवाज आती है, चोर है । अलवर की चुनावी सभा में अपने भाषण में राहुल ने 28 मिनट के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर एक मिनट भी भाषण नहीं दिया और पूरे भाषण के दौरान वह प्रधानमंत्री को राफेल डील, नीरव मोदी, विजय माल्या और ललित मोदी का नाम लेकर घेरते रहे। राफेल को बड़ा घोटाला बताते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद को चौकीदार कहा था लेकिन यह चौकीदार चोर के साथ मिल गया है।
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किसानों के मुद्दे पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि सरकार किसानों का कर्ज माफ नहीं कर रही जबकि अडानी, अंबानी जैसे अपने मित्रों का साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए का कर्ज प्रधान मंत्री ने माफ किया है। अनिल अंबानी को चोर कहते हुए राहुल ने कहा कि किसानों की जेब से फ सल बीमा का पैसा अनिल अंबानी को जा रहा है और किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है जबकि अनिल अंबानी को न सिर्फ राफेल मामले में 30 हजार करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाया गया बल्कि किसानों की फसल के लिए बीमा करने के लिए भी अंबानी की कंपनी को ठेका दिया गया। कांग्रेस की प्राथमिकताओं पर बोलते हुए राहुल ने कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने और युवाओं के लिए रोजगार देने का वायदा किया, साथ ही राहुल ने कहा कि राज्य में कांग्रेस का मुख्यमंत्री युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए दिन में 18 घंटे तक काम करने को तत्पर रहेगा।


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Seema Sharma

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