34 मिनट की देरी, नवजातों की जान पर पड़ी भारी, सामने आई कफन में लिपटे मासूमों की तस्वीरें
punjabkesari.in Tuesday, May 28, 2024 - 01:44 PM (IST)
नेशनल डेस्क : दिल्ली में बीते दिनों विवेक विहार में न्यू बॉर्न केयर सेंटर में आग लगने की घटना सामने आई थी। इस मामले में अब धीरे- धीरे कई खुलासे हो रहे हैं। जान गंवाने वाले 7 नवजातों के शव उनके परिवार वालों को सौंप दिए हैं।
इस मामले की जांच में पुलिस ने पाया कि अस्पताल में शनिवार रात को लगभग 11 बजे आग लगी थी। शुरुआत में अस्पताल में आग बुझाने की कोशिश की गई। आधे घंटे के बाद हालात बेकाबू होने के बाद पीसीआर बुलाई गई। 34 मिनट की ये देरी नवजातों को पड़ी भारी।
अस्पताल में हुए शार्ट सर्किट के कारण वहां अधेरा हो गया, जिस वजह से समय रहते वहां से बच्चों को निकाला न जा सका। जांच के दौरान इस बात का खुलासा हुआ है कि आग सामने वाले कमरे में लगी थी, जहां पर सातों बच्चे मौजूद थे। वहीं दूसरे कमरे में रखे 5 बच्चों को समय रहते अस्पताल कर्मचारियों, पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारियों की मदद से दूसरे अस्पताल भेजा गया।
शहीद भगत सिंह सेवा दल के जितेंद्र सिंह शंटी ने दमकल विभाग और पुलिस वालों की मदद से 12 बच्चों को बाहर निकाला। हालांकि इसमें से 7 बच्चों की जान जा चुकी थी, जबकि 5 अन्य बच्चों को दूसरे अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
बताया जा रहा है कि इस सेंटर का लाइसेंस खत्म हो चुका और ये अवैध रुप से चल रहा था। पुलिस ने इन खराबियों के चलते अस्पताल मालिक डॉ नवीन खिची और घटना के समय ड्यूटी पर तैनात डॉ आकाश को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया है।