Brain Donate: Khan Sir ने कहा- ब्रेन डोनेट कर दूंगा तो... खुद बताई एक-एक बात, देखें Video

punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 02:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  पटना के मशहूर एजुकेटर खान सर एक बार फिर अपने मजाकिया अंदाज और जबरदस्त समझाने की कला के चलते सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। क्लास में उनके साथ हुए एक दिलचस्प सवाल-जवाब का वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस बार चर्चा का कारण बना है एक ऐसा सवाल, जिसने हंसी के साथ-साथ विज्ञान के एक गंभीर पहलू को भी हल्के-फुल्के अंदाज में सबके सामने रख दिया।

दरअसल, क्लास के दौरान एक स्टूडेंट ने उनसे मस्ती भरे लहजे में पूछा – सर, आप तो इतने इंटेलिजेंट हैं, क्या आप अपना ब्रेन डोनेट करेंगे?” इस पर खान सर ने जो जवाब दिया, वो जितना ज्ञानवर्धक था, उतना ही मजाकिया भी।

ब्रेन ट्रांसप्लांट करवा दोगे, तो मैं ही बन जाओगे!
खान सर ने समझाया कि ब्रेन डोनेशन या ट्रांसप्लांट असल में संभव नहीं है, क्योंकि दिमाग ही इंसान की पूरी पहचान और सोच का आधार होता है। अगर उनका दिमाग किसी और के शरीर में लगा दिया जाए, तो वह व्यक्ति खान सर की तरह ही सोचने, बोलने और व्यवहार करने लगेगा।

वो कहते हैं, “भले ही शरीर तुम्हारा होगा, लेकिन तुम उठकर क्लास लेने लगोगे, मीटिंग करने लगोगे, मम्मी-पापा को पहचानना छोड़ दोगे और मेरे माता-पिता को अपना मान लोगे। लोग कहेंगे, इस पर खान सर का भूत चढ़ गया है!”

मैडम को क्या बोलोगे?
इस मजेदार बातचीत में एक और स्टूडेंट ने सवाल दागा, “अगर सब कुछ खान सर जैसा हो गया, तो उनकी मैडम को क्या बोलोगे?” इस पर भी खान सर ने ठहाका लगाते हुए जवाब दिया, “अगर ब्रेन ट्रांसप्लांट के बाद उनकी मैडम को कहोगे – ‘नाश्ता दे दो’, तो वहीं पीटे जाओगे! वो पूछेंगी – ‘हू आर यू?’”

क्यों नहीं होता ब्रेन डोनेशन?
खान सर ने इस मौके पर छात्रों को यह भी बताया कि किडनी, लीवर जैसे अंगों का ट्रांसप्लांट तो संभव है, लेकिन दिमाग का नहीं। दिमाग में हमारी यादें, भावनाएं, सोच और पूरी पर्सनैलिटी होती है। अगर ब्रेन बदल दिया जाए, तो इंसान की पहचान ही बदल जाती है। इसलिए मेडिकल साइंस में ब्रेन ट्रांसप्लांट संभव नहीं है।

 


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Content Writer

Anu Malhotra

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