'जब भी SIR वालें आएं तो महिलाएं किचेन के सामान के साथ तैयार रहें', केंद्र सरकार पर भड़की ममता

punjabkesari.in Thursday, Dec 11, 2025 - 08:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पेशल इंसेंटिव रिवीजन (SIR) को लेकर बड़ा बयान दिया है। ममता ने कहा कि SIR के नाम पर माताओं-बहनों का हक छीना जा सकता है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें और अपने हक की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं। ममता ने कहा कि अगर महिलाएं सामने से लड़ेंगी तो पुरुष पीछे से उनका समर्थन करेंगे।

कृष्णानगर रैली में दिया संदेश
ममता बनर्जी ने यह बयान नदिया के कृष्णानगर में आयोजित रैली में दिया। उन्होंने माताओं और बहनों से कहा, "आपके पास ताकत है। अगर आपके नाम काट दिए गए तो क्या आप इसे बर्दाश्त करेंगी? बिल्कुल नहीं। चुनाव के दौरान दिल्ली से पुलिस भेजी जाएगी और आप पर दबाव डाला जाएगा, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। आपके पास किचेन का सामान है, उसके साथ तैयार रहें। आप सामने से लड़ेंगी और पुरुष पीछे से आपका समर्थन करेंगे।"

धर्मनिरपेक्षता पर जोर
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में धर्मनिरपेक्षता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि वे सांप्रदायिकता में विश्वास नहीं करतीं और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करती हैं। ममता ने कहा कि चुनाव के समय बीजेपी जनता को बांटने की कोशिश करती है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, उन्हें यह साबित करना होगा कि वे भारत के नागरिक हैं।

वोटर लिस्ट से नाम हटाए जाने पर चेतावनी
ममता बनर्जी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक भी योग्य मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से हटाया गया, तो वे धरना देने से पीछे नहीं हटेंगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी मतों की भूख में इस प्रकार का कदम उठा रही है और चुनाव से ठीक दो महीने पहले SIR कराने का निर्णय लिया गया है। ममता ने कहा कि उन्होंने खुद अभी तक अपना गणना प्रपत्र नहीं भरा है और उन्होंने सवाल उठाया, "क्या अब मुझे बीजेपी को अपनी नागरिकता साबित करने की जरूरत है?"

बाहरी हस्तक्षेप के आरोप
मुख्यमंत्री ने चुनाव प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप के आरोप भी लगाए। ममता ने कहा कि चुनाव आयोग, बीजेपी से जुड़े अधिकारियों को तैनात कर पश्चिम बंगाल की स्थिति पर नजर रख रहा है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली से कुछ लोगों को भेजा जा रहा है, जो SIR की सुनवाई के दौरान जिला मजिस्ट्रेटों के काम की निगरानी कर रहे हैं। ममता बनर्जी का यह बयान राज्य में SIR को लेकर बढ़ते विवाद और राजनीतिक हलचल के बीच आया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं और योग्य मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा उनके लिए प्राथमिकता है और इसके लिए वे हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार हैं।


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Content Editor

Shubham Anand

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