क्या वोटिंग के दौरान मशीन लेती है मतदाताओं की फोटो? EC ने बताई सच्चाई

punjabkesari.in Sunday, Aug 05, 2018 - 11:53 PM (IST)

नई दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने उन दावों के प्रति लोगों को सावधान रहने को कहा है जिसमें मतदाताओं से यह कहते हुए किसी खास उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने को कहा जाता है कि आपने धन लिया है और आप हमें मूर्ख नहीं बना सकते क्योंकि पेपर ट्रेल मशीन मतदान के दौरान आपकी तस्वीर खींचती है। उन्होंने इन दावों को झूठी अफवाह बताकर खारिज किया है। उन्होंने कहा कि धन का इस्तेमाल करके वोट खरीदने की कोशिश कर रहे कुछ लोग इसे फैला रहे हैं।
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मतदाताओं को झूठा विश्वास दिलाया जाता है कि यह पता चल जाएगा कि ईवीएम पर कौन सा बटन दबाया गया
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग इस धारणा को खारिज करने के लिए अभियान चलाएगा। अफवाहों का उल्लेख करते हुए रावत ने कहा कि जो लोग मतदाताओं को नकदी बांटते हैं वे उन्हें यह कहकर धमका सकते हैं कि पेपर ट्रेल मशीन मतदान करते वक्त उनकी तस्वीर ले लेती है। रावत ने कहा कि मतदाताओं को यह झूठा विश्वास दिलाया जाता है कि यह पता चल जाएगा कि ईवीएम पर कौन सा बटन दबाया गया। रावत ने कहा, ‘वे नकदी के बदले में मतदाताओं से अपने पक्ष में मतदान करने को कहते हैं और झूठ बोलते हैं कि अगर उनकी इच्छा उनके पक्ष में मतदान करने की नहीं है तो नकदी स्वीकार नहीं करनी चाहिए क्योंकि पेपर ट्रेल मशीन से ली गई तस्वीर से उनका पर्दाफाश हो जाएगा।’
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चुनाव आयोग एक अभियान चलाकर मतदाताओं को जागरूक करेगा
उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव आयोग एक अभियान चलाकर मतदाताओं को जागरूक बनाएगा कि पेपर ट्रेल मशीन से मतदान केंद्र पर मतदाताओं की गोपनीयता भंग नहीं होती है। वोटर वेरिफायेबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) एक ऐसी मशीन है, जिससे एक पर्ची निकलती है जिसमें उस पार्टी का चुनाव चिह्न दिखता है जिसके पक्ष में मतदाता ने मतदान किया होगा। यह पर्ची सात सेकेंड के लिए छोटे विंडो पर दिखती है और उसके बाद बक्से में गिर जाती है। मतदाता इसे अपने साथ घर नहीं ले जा सकता।
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वीवीपीएटी या पेपर ट्रेल मशीनों का सभी मतदान केंद्रों में इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, फिलहाल ईवीएम और वीवीपीएटी मशीनों के नतीजों का प्रति निर्वाचन क्षेत्र के हिसाब से एक ही मतदान केंद्र पर मिलान किया जाता है। ईवीएम को किसी खास राजनैतिक दल के पक्ष में हैक किए जाने की धारणा को खारिज करने के लिए वैसे मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है जहां ईवीएम और वीवीपीएटी के नतीजों का मिलान किया जाएगा। 


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shukdev

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