पाकिस्तानी का होने वाला बंटवारा ! क्या भारत दिलाएगा बलूचिस्तान को आज़ादी, PAK विशेषज्ञ ने जताया डर
punjabkesari.in Saturday, Mar 15, 2025 - 06:06 PM (IST)

Peshawar: बलूचिस्तान में अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) की बढ़ती गतिविधियों के बीच पाकिस्तान में एक स्वतंत्र बलूचिस्तान को लेकर बहस तेज हो गई है। हालिया हमलों के बाद पाकिस्तानी सेना और विदेश मंत्रालय ने भारत पर आरोप लगाया कि वह बलूच विद्रोहियों का समर्थन कर रहा है। हालांकि, भारत ने इन आरोपों को सख्ती से खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान को अपने आंतरिक हालात पर ध्यान देना चाहिए, न कि बेबुनियाद आरोप लगाने चाहिए। बलूचिस्तान में बढ़ते विद्रोह के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या भारत बलूचिस्तान की आज़ादी में कोई भूमिका निभा सकता है?
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पाकिस्तानी पत्रकार रऊफ कलासरा ने इस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि बलूचिस्तान की आज़ादी भारत, अफगानिस्तान या ईरान किसी के भी हित में नहीं है। कलासरा ने कहा कि बलूचिस्तान की स्थिति पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से पूरी तरह अलग है। बांग्लादेश की भौगोलिक स्थिति भारत के पक्ष में थी क्योंकि वह पाकिस्तान से हजारों किलोमीटर दूर था और उसकी सीमा भारत से लगती थी। भारत ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में खुलकर समर्थन दिया, जिससे उसका निर्माण संभव हुआ। लेकिन बलूचिस्तान की भौगोलिक स्थिति अलग है। यह भारत से सीधा नहीं जुड़ा है, और यहां तक कि अगर भारत समर्थन देना भी चाहे, तो भी सैन्य या राजनीतिक रूप से वहां पहुंच बनाना आसान नहीं होगा।
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विशेषज्ञों के मुताबिक, बलूचिस्तान की स्वतंत्रता न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि अफगानिस्तान और ईरान के लिए भी चिंता का विषय होगी। ईरान में भी बलूच समुदाय रहता है और अगर बलूचिस्तान स्वतंत्र हुआ तो ईरानी बलूच भी अलगाव की मांग कर सकते हैं। अफगानिस्तान पहले से ही अस्थिर है और एक नया देश बनने से वहां की स्थिति और बिगड़ सकती है। बलूचिस्तान में विद्रोह और संघर्ष जारी रह सकता है, लेकिन इसकी आज़ादी आसान नहीं दिखती। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक बड़े अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी खुलकर समर्थन नहीं देंगे, तब तक बलूचिस्तान का अलग राष्ट्र बनना मुश्किल होगा। हालांकि, पाकिस्तान बलूचिस्तान की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहा है, जिससे वहां असंतोष और बढ़ सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि बलूच विद्रोही कितनी ताकत जुटा पाते हैं और भारत की इस पूरे घटनाक्रम में क्या भूमिका रहती है।