‘PAK सेना प्रमुख असीम मुनीर ने कराया पहलगाम हमला’, पाकिस्तान के पूर्व सेना अधिकारी का सबसे बड़ा दावा आया सामने!

punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 06:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम के बैसरन इलाके में एक दिल दहला देने वाली आतंकी वारदात सामने आई। आतंकियों ने अचानक गोलीबारी कर दी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए। हमला इतना योजनाबद्ध था कि आतंकियों ने पहले पर्यटकों की धार्मिक पहचान पूछी और फिर उन्हें निशाना बनाया। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार TRF, पाकिस्तान-समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है।

पूर्व पाकिस्तानी अफसर का दावा: "हमले के पीछे थे जनरल असीम मुनीर"

इस हमले के कुछ ही दिन बाद, पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अधिकारी आदिल रजा ने एक चौंकाने वाला दावा कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि यह हमला पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के निर्देश पर कराया गया। आदिल रजा ने कहा कि हमले का उद्देश्य था कि भारत में अशांति फैलाई जाए और कश्मीर को लेकर तनाव को और बढ़ाया जाए। उनका कहना है कि इस तरह की कार्रवाई भारत को उकसाने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर मुद्दे को फिर से गरमाने की एक रणनीति हो सकती है।

कौन हैं आदिल रजा? क्यों मचाया उनके बयान ने बवाल

आदिल रजा पाकिस्तान के पूर्व मेजर रह चुके हैं और विशेष सेवा समूह (SSG) में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। साल 2023 में पाकिस्तान की सेना ने उन्हें 14 साल की सजा सुनाई थी। आरोप था कि उन्होंने सेना के अफसरों को विद्रोह के लिए उकसाया और गोपनीय जानकारी साझा की। अब वह पाकिस्तान से बाहर रहकर यूट्यूब चैनल के जरिए पाक सेना और सरकार की तीखी आलोचना करते हैं। उनके बयानों को कई बार बिना सबूत के प्रचार के रूप में देखा गया है, लेकिन इस बार उन्होंने सीधे सेना प्रमुख पर उंगली उठाकर नई बहस छेड़ दी है।

पाकिस्तान ने किया आरोपों को खारिज, भारत के रुख पर भी आपत्ति

आदिल रजा के बयान के बाद पाकिस्तान सरकार ने तेजी से प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय ने कहा, "यह दावा निराधार और गैर-जिम्मेदाराना है, जिसका मकसद सिर्फ दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाना है।" पाकिस्तान ने भारत द्वारा लिए जा रहे सख्त फैसलों को "युद्धोन्मुख प्रतिक्रिया" बताया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। हालांकि पाकिस्तान ने TRF से दूरी बनाने की कोशिश की है, लेकिन भारत का मानना है कि TRF महज एक नया नाम है, असल में यह लश्कर-ए-तैयबा का ही मुखौटा है।

हमले के पीछे धार्मिक टारगेटिंग? देश में उबाल

इस घटना के बाद सामने आई जानकारी के मुताबिक, आतंकियों ने लोगों से उनकी धार्मिक पहचान पूछी और उसी आधार पर गोलियां चलाईं। इससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। भारत में इस हमले को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं और सरकार से सख्त जवाब की मांग कर रहे हैं। केंद्र सरकार और सेना ने इस हमले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है, वहीं खुफिया एजेंसियां TRF और लश्कर के कनेक्शन को खंगालने में जुट गई हैं।

क्या भारत-पाक के बीच और गहराएगा तनाव?

पहलगाम हमला सिर्फ एक आतंकी वारदात नहीं बल्कि भारत-पाक रिश्तों में एक नया मोड़ बनकर सामने आया है। आदिल रजा के दावे ने इस घटना को सिर्फ आतंकी हमला न रहकर, एक संभावित सैन्य साजिश बना दिया है। भारत इस मामले को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जा सकता है और पाकिस्तान के खिलाफ सबूतों के साथ मोर्चा खोल सकता है। दूसरी ओर पाकिस्तान पहले ही भारत पर "ओवर-रिएक्शन" का आरोप लगा रहा है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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