घाटी में लहूलुहान हुआ शेयर बाजार, मार्केट पर भी चल रही है आतंक की मार! 11 लाख करोड़ हुए स्वाहा

punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 03:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पहलगाम की वादियों में जब आतंकियों की गोलियां गूंजीं, तो उसका असर सिर्फ ज़मीन पर ही नहीं, शेयर बाजार की ऊंची इमारतों तक महसूस हुआ। कश्मीर में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया और निवेशकों के होश उड़ा दिए। बाजार में ऐसा भगदड़ का माहौल बना कि चंद घंटों में सेंसेक्स औंधे मुंह गिरा, निफ्टी लुढ़क गया और निवेशकों की आंखों के सामने 11 लाख करोड़ रुपये डूब गए। ऊपर से पाकिस्तान ने भारत के विमानों के लिए एयरस्पेस बंद कर नई चाल चल दी, जिससे सिर्फ बाजार ही नहीं, आम आदमी की जेब पर भी सीधा असर पड़ने लगा है। अब सवाल ये है – क्या यह आतंक का आर्थिक चेहरा है? क्या बाजार अब सिर्फ आंकड़ों से नहीं, गोलियों से भी चलता है? सेंसेक्स दोपहर तक 855 अंक गिरकर 78,961 पर पहुंच गया, जबकि कारोबार के दौरान ये गिरावट 1200 अंकों तक पहुंची। निफ्टी में भी करीब 400 अंकों की गिरावट दर्ज हुई और ये 23,847.85 के लोअर लेवल पर आ गया। इस गिरावट के चलते बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप करीब 11 लाख करोड़ रुपये घट गया।

पाकिस्तान का नया दांव: एयरस्पेस बंद, भारत की परेशानी बढ़ी

पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक और चाल चली — उसने अपने एयरस्पेस से भारतीय विमानों को उड़ान भरने की इजाजत रोक दी है। इसका असर ये हुआ कि अब अमेरिका और यूरोप की उड़ानों को 2 से 2.5 घंटे ज्यादा लगेंगे, जिससे लागत बढ़ेगी और आम यात्रियों को 8 से 12 फीसदी ज्यादा किराया देना पड़ेगा।

क्यों घबराए हैं निवेशक? जानिए 5 बड़े कारण

  1. भारत-पाक तनाव: पहलगाम हमले के बाद से दोनों देशों के बीच टकराव की आशंका बढ़ गई है।

  2. सिंधु जल संधि पर रोक: भारत के इस फैसले से पाकिस्तान की बौखलाहट बढ़ी है और जवाबी कार्रवाई की संभावना तेज हुई है।

  3. कमजोर कमाई सीजन: एक्सिस बैंक, HUL और आईटी कंपनियों के कमजोर नतीजों ने बाजार को निराश किया है।

  4. बैंकिंग शेयरों में बिकवाली: एक्सिस बैंक, एसबीआई और बजाज फाइनेंस जैसी कंपनियों में भारी गिरावट आई है।

  5. तकनीकी सुधार: लगातार 7 दिन की तेजी के बाद बाजार में तकनीकी करेक्शन आना तय था।

निवेशकों के लिए सलाह: क्या करें ऐसे माहौल में?

विशेषज्ञ मानते हैं कि अभी बाजार में सतर्क रहने की जरूरत है। अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन शॉर्ट टर्म में ट्रेड करने वालों को घाटे से बचने के लिए स्टॉप लॉस का उपयोग करना चाहिए।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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