PM कहते थे- घर में घुस कर मारेंगे, फिर यह क्या है? डोडा आतंकी हमले पर बोले ओवैसी

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2024 - 06:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू में आतंकवादी हमलों में हालिया वृद्धि को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। ओवैसी ने कहा कि अगर मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार 'घर में घुस कर मारेंगे' की नीति पर चल रही है तो वहां क्या हो रहा है? उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमलों की श्रृंखला सरकार की विफलता को दर्शाती है।

यह सरकार की विफलता है- ओवैसी
ओवैसी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी कहते थे, 'घर में घुस कर मारेंगे'। फिर यह क्या है? यह सरकार की विफलता है। वे आतंकवाद को नियंत्रित करने में असमर्थ हैं। डोडा में जो कुछ भी हुआ है वह बहुत खतरनाक है।" डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार शाम को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें एक अधिकारी समेत चार जवान शहीद हो गए, शहीद हुए जवानों की पहचान कैप्टन ब्रिजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है।

डीजीपी वहां क्या कर रहे हैं?
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि पाकिस्तान ने घाटी में तथाकथित मुख्यधारा या क्षेत्रीय राजनीति की मदद से नागरिक समाज के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं में सफलतापूर्वक घुसपैठ की है, ओवैसी ने कहा कि डीजीपी अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "डीजीपी वहां क्या कर रहे हैं? आपने कश्मीर बार काउंसिल के चेयरमैन पर यूएपीए लगाया है। डोडा में आज हुए हमले में, जो एलओसी से बहुत दूर है, आतंकवादी क्षेत्र के इतने अंदर कैसे घुस आए? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? वह अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "हमने हाल ही में लोकसभा चुनाव संपन्न किए हैं और केंद्र शासित प्रदेश में मतदान प्रतिशत बहुत अधिक था। अब जब डीजीपी ऐसा कुछ कह रहे हैं, तो क्या आप यह कहने की कोशिश कर रहे हैं कि चुनावों में धांधली हुई थी? 2021 से जम्मू में 50 से अधिक सुरक्षाकर्मी और 19 नागरिक मारे गए हैं। हाल ही में 10 तीर्थयात्री मंदिर गए थे और इन आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी।"

यह मोदी सरकार की विफलता है?
हैदराबाद के सांसद ने सरकार से सवाल भी किया, "आपका सूचना नेटवर्क कहां है? स्थानीय लोग आपकी मदद क्यों नहीं कर रहे हैं? आप युवाओं को विश्वास में क्यों नहीं ले रहे हैं? वे कहते हैं कि उन्होंने अनुच्छेद 370 हटा दिया है, और सब कुछ खत्म हो गया है।" उन्होंने कहा, "यह नरेंद्र मोदी सरकार की विफलता है। डीजीपी को सत्तारूढ़ पार्टी का प्रवक्ता नहीं बनना चाहिए। अगर वह ऐसा करना चाहते हैं तो उन्हें भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए।"


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Content Editor

rajesh kumar

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