''अब थोड़ा समय बचा है...'', राहुल गांधी बोले- हम PM मोदी और भाजपा को सरकार से हटा देंगे
punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2024 - 04:41 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को जम्मू कश्मीर के बनिहाल विधानसभा क्षेत्र के संगलदान में एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने दावा किया कि केंद्र सरकार को प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उनके कॉरपोरेट मित्र चला रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि हाल में हुए लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना आत्मविश्वास खो चुके हैं और वह समय दूर नहीं जब उनकी सरकार सत्ता में नहीं रहेगी। बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि माल एवं सेवाकर (जीएसटी) और नोटबंदी से छोटे कारोबारियों के हितों को नुकसान पहुंचा है क्योंकि सरकार दो अरबपतियों के लिए काम कर रही है।
'मुझे मोदी के कॉरपोरेट मित्रों अदाणी और अंबानी का नाम न लेने को कहा गया'
राहुल गांधी ने कहा, "मुझे मोदी के कॉरपोरेट मित्रों अदाणी और अंबानी का नाम न लेने को कहा गया, इसलिए मैं उनके लिए ए1 और ए2 जैसे उपनामों का इस्तेमाल कर रहा हूं। यह सरकार 'हम दो, हमारे दो' की तरह है - मोदी और शाह, तथा अंबानी और अदाणी - ये चारों वास्तव में सरकार चला रहे हैं।" कांग्रेस नेता गांधी ने आरोप लगाया कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने के बाद जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा "छीन लिया गया" ताकि "दो अरबपतियों को लाभ पहुंचाया जा सके।''
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने दावा किया कि जम्मू कश्मीर की स्थिति देश के बाकी हिस्सों से भी बदतर है क्योंकि यहां बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा है और सरकार ने युवाओं के वास्ते रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी का आत्मविश्वास तब गायब हो गया जब विपक्षी दल ‘इंडिया' गठबंधन के तहत उन्हें चुनौती देने के लिए एकसाथ आए।
हमने मोदी को मनोवैज्ञानिक रूप से उड़ा दिया है: राहुल गांधी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गांधी ने कहा, "हमने मोदी को मनोवैज्ञानिक रूप से उड़ा दिया है। मैं संसद में उनके सामने बैठता हूं और मुझे पता है कि उनका आत्मविश्वास गायब हो गया है... अब थोड़ा समय बचा है, हम मोदी और भाजपा को सरकार से हटा देंगे।" उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, "पहले मोदी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना नहीं होगी, लेकिन हमने इस पर जोर दिया। अब आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) कह रहा है कि यह सही है। हमने ‘लेटरल एंट्री' व्यवस्था का विरोध किया और सरकार पर दबाव बनाया। अब वह डरे हुए हैं।" ‘लेटरल एंट्री' के जरिये यूपीएससी सीधे उन पदों पर उम्मीदवारों की नियुक्ति करता है, जिन पदों पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों की तैनाती होती है। इसमें निजी क्षेत्रों से अलग अलग क्षेत्र के विशेषज्ञों को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में सीधे ज्वाइंट सेक्रेटरी और डायरेक्टर तथा डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर नियुक्ति की जाती है।