इथेनॉल वाले पेट्रोल पर क्यों मचा है बवाल? क्या सच में यह आपकी गाड़ी का माइलेज घटा रहा है, जानें पूरा सच
punjabkesari.in Wednesday, Aug 06, 2025 - 03:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आजकल सोशल मीडिया और सड़कों पर E20 पेट्रोल को लेकर एक नई बहस छिड़ी हुई है। जब 2023 में इसे लॉन्च किया गया था, तो इसे प्रदूषण कम करने और इंजन की परफॉर्मेंस बेहतर करने वाला बताया गया था। लेकिन अब कई गाड़ी मालिक शिकायत कर रहे हैं कि E20 पेट्रोल डालने के बाद उनकी गाड़ी का माइलेज अचानक से बहुत गिर गया है।
सोशल मीडिया पर लोगों की शिकायतें
कई यूज़र्स ने अपनी आपबीती सोशल मीडिया पर शेयर की है। एक यूज़र ने बताया कि उनकी कार जो पहले 10 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती थी, वह E20 पेट्रोल के बाद 6.3 किलोमीटर प्रति लीटर पर आ गई। लोगों का यह भी कहना है कि E20 पेट्रोल न सिर्फ़ माइलेज घटा रहा है, बल्कि उन गाड़ियों के इंजन को भी नुकसान पहुँचा सकता है जो इसके लिए बनी ही नहीं हैं।
सरकार का क्या है कहना?
इन शिकायतों के जवाब में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने अपना पक्ष रखा है। सरकार ने माइलेज में भारी गिरावट की बातों को खारिज करते हुए कहा है कि इसके पीछे कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। हालाँकि, मंत्रालय ने यह ज़रूर माना कि E20 फ्यूल से माइलेज में थोड़ी कमी आ सकती है:
चार पहिया वाहनों में: 1 से 2 प्रतिशत की कमी।
दो पहिया वाहनों में: 3 से 6 प्रतिशत की कमी।
सरकार ने सलाह दी है कि अगर किसी की गाड़ी के माइलेज में इससे ज़्यादा गिरावट आ रही है, तो उन्हें अपनी गाड़ी की जाँच करानी चाहिए। पुरानी गाड़ियों के मालिकों को E20-संगत पार्ट्स का इस्तेमाल करने और 20,000-30,000 किलोमीटर चलने के बाद पुराने रबर पुर्जों को बदलवाने की सलाह भी दी गई है।
तो फिर E20 पेट्रोल के फायदे क्या हैं?
अगर माइलेज थोड़ा घटता है, तो सरकार इसे क्यों बढ़ावा दे रही है? इसके पीछे कुछ तकनीकी कारण हैं:
हाई ऑक्टेन नंबर: इथेनॉल का ऑक्टेन नंबर बहुत ज़्यादा होता है, जो आजकल की नई और पावरफुल गाड़ियों के लिए अच्छा है। इससे इंजन स्मूथ चलता है और आवाज़ कम करता है।
इंजन को ठंडा रखता है: इथेनॉल में इंजन को ठंडा रखने की क्षमता होती है, जिससे इंजन की कार्यक्षमता बढ़ती है और गाड़ी को बेहतर पावर मिलती है।