‘ऑपरेशन सिंदूर'' प्रधानमंत्री के दृढ़ संकल्प, सशस्त्र बलों की अचूक मारक क्षमता का प्रतिबिंब : शाह
punjabkesari.in Saturday, May 17, 2025 - 12:30 AM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ संकल्प, विभिन्न एजेंसियों द्वारा सटीक खुफिया जानकारी जुटाने और भारतीय सशस्त्र बलों की अचूक मारक क्षमता का प्रतिबिंब है। शाह ने विभिन्न एजेंसियों के बीच खुफिया जानकारी साझा करने के उद्देश्य से दिल्ली में एक नये केंद्र का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। खुफिया ब्यूरो के तहत इस बहु एजेंसी केंद्र की स्थापना की गई, जिसका उद्देश्य कानून प्रवर्तन में शामिल विभिन्न हितधारकों के बीच समय पर जानकारी साझा करना है।
शाह ने कहा कि भारत को अपनी तीनों सेनाओं - भारतीय थल सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना - सीमा सुरक्षा बल और सभी सुरक्षा एजेंसियों पर गर्व है। छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कर्रेगट्टालु पहाड़ी क्षेत्र में हाल ही में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों द्वारा बड़े पैमाने पर चलाए गए नक्सल-रोधी अभियान का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि नक्सली ठिकानों पर चलाए गए अभियान ने विभिन्न सुरक्षा बलों के बीच उत्कृष्ट समन्वय को प्रदर्शित किया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार का समन्वय ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भी देखने को मिला, जो दर्शाता है कि अभियान को अंजाम देने में खुफिया एजेंसियों और तीनों सशस्त्र बलों में बेहतर तालमेल है।
‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में सात मई को तड़के पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई। हालांकि, भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसने केवल अपने अभियान को रोका है और उसकी भविष्य की कार्रवाई पाकिस्तान के आचरण पर निर्भर करेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति और न्याय के लिए देश की अटूट प्रतिज्ञा है। शाह ने कहा कि नया ‘मल्टी एजेंसी सेंटर' (एमएसी) सभी एजेंसियों के प्रयासों में तालमेल बिठाएगा और मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक निर्बाध तथा एकीकृत मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि नया नेटवर्क आतंकवाद, उग्रवाद, संगठित अपराध तथा साइबर हमलों जैसे गंभीर खतरों से निपटने के लिए देश के प्रयासों को मजबूत करेगा।