बरसात में बहता स्कूल! सरकारी शिक्षक पानी में डूबे दफ्तर में कर रहे ड्यूटी, Video देख भड़के यूजर्स

punjabkesari.in Monday, Jul 28, 2025 - 02:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में एक ओर जहां शिक्षा को प्राथमिकता देने की बात होती है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे हालात सामने आ जाते हैं जो हकीकत की पोल खोल देते हैं। सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक सरकारी स्कूल का दफ्तर तेज़ बरसाती पानी से भर गया है, लेकिन उसके बावजूद शिक्षक अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।

यह वीडियो एक सरकारी स्कूल का बताया जा रहा है, जहां दो शिक्षक पानी से भरे अपने ऑफिस में बैठकर कार्य कर रहे हैं। उनके चारों ओर पानी का बहाव इतना तेज़ है कि यह जगह किसी बरसाती नाले जैसी लग रही है।

तेज़ बहाव के बीच भी नहीं छोड़ा फर्ज
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दफ्तर की खिड़की से तेज़ पानी भीतर आ रहा है, मानो कोई झरना फूट पड़ा हो। फर्श पूरी तरह से जलमग्न है और उस माहौल में काम करना किसी चुनौती से कम नहीं है। लेकिन इसके बावजूद दोनों शिक्षक बिना घबराए, शांति से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह वीडियो सिर्फ बुनियादी सुविधाओं की कमी नहीं दिखाता, बल्कि यह भी साबित करता है कि हमारे शिक्षक हर हालात में अपने कर्तव्य निभाने के लिए तैयार रहते हैं।

सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल, लोगों ने जताया गुस्सा
यह वीडियो एक्स (पहले ट्विटर) पर यूजर ने शेयर किया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया। लाखों लोगों ने इसे देखा, शेयर किया और इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी।

कई यूजर्स ने शिक्षकों की प्रतिबद्धता की तारीफ की, तो वहीं बहुत से लोगों ने सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाए। एक यूजर ने लिखा, "शिक्षक नहीं योद्धा हैं ये, जो पानी में भी शिक्षा का दीप जलाए रखे हैं।" जबकि दूसरे ने तंज कसते हुए कहा, "विश्वगुरु बनने से पहले ज़रा स्कूलों को ही सुधार लो!"
 

बुनियादी ढांचे पर सवाल, सुरक्षा इंतज़ाम नदारद
यह घटना सिर्फ एक स्कूल की नहीं, बल्कि देशभर के सरकारी स्कूलों की हकीकत दिखाती है। लगातार हो रही भारी बारिश ने कई राज्यों में हालात बिगाड़ दिए हैं। लेकिन चिंताजनक बात यह है कि इस विपरीत मौसम में भी कई स्कूलों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम नहीं हैं।

सरकार और प्रशासन के लिए चेतावनी
इस वीडियो ने एक बार फिर इस मुद्दे को सामने ला दिया है कि सरकारी स्कूलों में केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि बुनियादी सुविधाएं और सुरक्षित वातावरण भी उतना ही ज़रूरी है। सरकार और स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे मामलों को गंभीरता से लें और स्कूलों के बुनियादी ढांचे को दुरुस्त करें, ताकि भविष्य में इस तरह की शर्मनाक तस्वीरें सामने न आएं।
 

 


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Content Editor

Mansa Devi

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