24 घंटे के अंदर भारतीय फ़ैंस को मिला तीसरा झटका, अब इस ऑलराउंडर ने लिया T20 क्रिकेट से संन्यास

punjabkesari.in Sunday, Jun 30, 2024 - 08:41 PM (IST)

नेशनल डेस्क: T20 विश्वकप 2024 की ट्रॉफी जीतने के बाद भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी है। इससे पहले विरोट कोहली और रोहित शर्मा भी टी20 फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर चुके हैं। 
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अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद
रवींद्र जडेजा ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा, "पूरे दिल से आभार जताते हुए मैं टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों को अलविदा कहता हूं। गर्व से सरपट दौड़ने वाले एक दृढ़ घोड़े की तरह मैंने हमेशा अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है और अन्य प्रारूपों में भी ऐसा करना जारी रखूंगा। टी20 विश्व कप जीतना एक सपना सच होने जैसा था, मेरे टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का एक शिखर। यादों, उत्साह और अटूट समर्थन के लिए धन्यवाद। जय हिंद।"

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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गुजरात के जामनगर में छह दिसंबर 1988 को जन्में जडेजा ने श्रीलंका के खिलाफ 2009 में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। जडेजा को घुड़सवारी का बहुत शौक है और वह अक्सर अपने घोड़ों केसर, धनराज और गंगा की सवारी करते हैं। उन्होंने 74 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 515 रन बनाये और 54 विकेट लिए हैं । टी20 में वह 2008 में राजस्थान रॉयल्स की ऐतिहासिक आईपीएल जीत के साथ सुर्खियों में आए जब एक युवा हरफनमौला के रूप में उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से महत्वपूर्ण योगदान दिया और साथ ही टूर्नामेंट में बेहतरीन क्षेत्ररक्षण भी किया। जिससे उनकी फ्रेंचाइजी के दिवंगत कप्तान शेन वार्न ने उन्हें ‘रॉकस्टार' नाम दिया।
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जडेजा छह टी20 विश्व कप का हिस्सा रहे
चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने 2012 में जडेजा को लगभग 9.8 करोड़ रुपए में खरीदा जिससे वह नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी बने। फिर जडेजा ने सीएसके के साथ तीन और आईपीएल खिताब जीते। 2023 में उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया जब उन्होंने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ फाइनल की आखिरी गेंद पर चौका लगाकर खिताब दिलाया था। भारत के लिए जडेजा छह टी20 विश्व कप का हिस्सा रहे जिसमें उन्होंने अपने अंतिम टूर्नामेंट में सफलता का स्वाद चखा। यह भारत की दूसरी टी20 विश्व कप ट्रॉफी थी जिसमें देश ने 17 वर्ष बाद जीता। अपने पूरे टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान जडेजा ने लगातार महत्वपूर्ण क्षणों में अपनी टीम के लिए सफलताएं दिलाई और मैच का रूख भारत के पक्ष में किया।
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तेज और फुर्तीले एथलेटिक कौशल के लिए मशहूर
गेंदबाजी के अलावा जडेजा को उनके क्षेत्ररक्षण ने भी पीढ़ी के बेहतरीन हरफनमौला में से एक बनाया। वह अपने तेज और फुर्तीले ‘रिफ्लेक्स' और एथलेटिक कौशल के लिए मशहूर हैं। उनके असाधारण कैच, डायरेक्ट हिट और मैच का रूख बदलने वाले रन आउट उनकी टी20 अंतरराष्ट्रीय विरासत का हिस्सा होंगे। जडेजा का हरफनमौला खेल 2014 विश्व टी20 में निखर कर सामने आया जिसमें उनकी किफायती गेंदबाजी (7.36 की इकॉनमी से पांच विकेट) और निचले क्रम के महत्वपूर्ण योगदान ने भारत को फाइनल तक पहुंचने में मदद की।

टी20 अंतरराष्ट्रीय में एक युग का अंत हो गया
रोहित, कोहली और जडेजा के संन्यास से भारत के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय में एक युग का अंत हो गया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने भी माना कि टीम को इनकी कमी की भरपाई करने में कम से कम दो साल लगेंगे। 


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Content Editor

rajesh kumar

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