राजनाथ ही नहीं नेहरू भी कर चुके हैं शस्त्र-पूजा, वायरल हुआ 71 साल पुराना वीडियो
punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2019 - 12:19 PM (IST)
नेशनल डेस्क: विजयदशमी के मौके पर भारत को पहला राफेल लड़ाकू विमान मिल गया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह राफेल को लेने के लिए खुद फ्रांस गए और इसमें उड़ान भरकर इतिहास रचा। हालांकि रक्षामंत्री द्वारा राफेल की 'शस्त्र पूजा' करना कांग्रेस को रास नहीं आया और इसे ड्रामा करार दिया। वहीं इसी बीच देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह भी जहाज की पूजा करते दिखाई दिए।
#गौरवशाली_70_वर्ष आज ही के दिन 14 मार्च 1948 आज़ाद 🇮🇳 का पहला जलयान #Ship_Jalusa पवित्र वैदिक मंत्रों व पूजा अर्चना सहित प्रधानमंत्री #पंडित_नेहरू द्वरा हिंद महासागर में उतारा गया था
— Syed Athar Dehlavi सैयद अतहर देहलवी سید اطہر دہلوی (@maulanadehlavi) March 14, 2018
भारत नव निर्माण के हर निर्माता को मेरा सलाम@PMOIndia @OfficeOfRG @_SoniaGandhi @INCIndia pic.twitter.com/S0TioSaeg9
इस वीडियो को ट्विटर यूजर सैयद अतहर देहलवी नाम के शख्स ने शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि राजनाथ सिंह जी ने कोई नया काम तो नहीं किया की दोनों और से शोर मच गया। आज़ाद व सेक्युलर भारत में नेहरू जी के समय ही से सरकारी योजनाओं व समारोह का आरंभ मंत्र अनुष्ठान दीपक नारियल एवं अन्य भारतीय व क्षेत्रीय परंपराओं के साथ होता आ रहा है। हां अब राजनीतिक फ़ायदों के लिए होता है।
दरअसल यह वीडियो 14 मार्च 1948 का है, जब आजाद भारत के पहले जहाज 'जल ऊषा' को वैदिक मंत्रोच्चार और विधिवत पूजा-अर्चना के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने हिंद महासागर में उतारा था। इस ब्लैक वाईट वीडियो में कुछ पंडित मंत्र पढ़ रहे हैं और नेहरू नारियल फोड़कर जहाज को समुंद्र में उतारने की रस्म पूरी करते दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राफेल की 'शस्त्र पूजा' को तमाशा करार दिया था। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने जब बोफोर्स तोप खरीदी थी तो यह सब दिखावा नहीं किया था। कोई भी उसे खरीदने और लाने के लिए नहीं गया था, हमने कोई दिखावा नहीं किया था। यही नहीं कांग्रेस ने राफेल पर 'ऊं' लिखे जाने, नारियल से पूजा करने और शस्त्र-पूजा किए जाने पर भाजपा को ढोंगी कहा था।