इंसानियत शर्मसार, एम्बुलेंस नहीं मिली तो हड्डियां तोड़कर पोटली में डाली लाश

punjabkesari.in Friday, Aug 26, 2016 - 06:30 PM (IST)

नई दिल्ली: ओडिशा में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। जहां बुधवार को कालाहांडी में एक शख्सं पत्नी की लाश को कंधे पर ले जाता नजर आया, ताे वहीं बालासोर जिले में गुरूवार को अस्पताल के मोर्चरी वैन देने से इंकार करने पर महिला के मृत शरीर की हड्डियां तोड़कर, उसकी गठरी बना बांस के डंडे और मजदूरों के जरिए उसे ढोकर स्टेशन पहुंचाया गया।

80 वर्षीय सलमानी बेहरा की बालासोर सोरो रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई थी। मृत शरीर को सोरो कम्युनिटी हेल्थ सेंटर ले जाया गया और रेलवे पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी गई थी। लेकिन वो 12 घंटे बाद अस्पताल पहुंचे। रेलवे पुलिस के सब इंस्पैक्टर प्रताप रूद्र मिश्रा ने बताया कि शरीर को पोस्टमार्टम के लिए बालासोर जिला अस्पताल ले जाना ज़रूरी था लेकिन अस्पताल में एंबुलेंस उपलब्ध नहीं थी और ना ही काेई ऑटो वाला जाने काे तैयार था। जो तैयार थे वो 3500 रुपए मांग रहे थे, परंतु उन्हें इस काम के लिए सिर्फ 1000 रुपए खर्च करने का आदेश था।

इसके बाद मिश्रा ने कुछ मजदूरों को लाश को ढोकर ले जाने काे कहा। मजदूर लाश को एक बांस के डंडे में बांधकर ले जाना चाह रहे थे लेकिन देरी होने की वजह से लाश अकड़ गई और मजदूरों को लाश बांधने में परेशानी हो रही थी। इसलिए उन्होंने कूल्हे के पास से लाश को तोड़कर उसे पुरानी चादर में लपेटा और एक बांस से बांधकर उसे दो किलोमीटर दूर स्थित रेलवे स्टेशन ले गए। जहां से लाश को ट्रेन से ले जाया गया।

मृतका के बेटे रबिंद्र बरीक ने कहा कि जब उन्होंने अपनी मां की लाश के साथ किए गए व्यवहार के बारे में सुना तो वह आश्चर्यचकित रह गए। उन्हें थोड़ी मानवता दिखानी चाहिए थी। मामले का स्वेत: संज्ञान लेते हुए ओडिशा मानवाधिकार आयोग के चेयरपर्सन बीके मिश्रा ने नोटिस जारी कर घटना की जांच के आदेश दिए हैं।


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