National Road Safety: राजनाथ सिंह बोले- कोरोना महामारी से ज्यादा सडक हादसों में जा रही लोगों की जान
punjabkesari.in Monday, Jan 18, 2021 - 03:48 PM (IST)
नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज एक माह तक चलने वाले राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा अभियान की शुरुआत की। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से 1.5 लाख से अधिक लोगों की जान गई है लेकिन आज भी सड़क हादसों की वजह से इससे ज़्यादा लोगों की जान जा रही है। ये हमारे लिए कोई सामान्य चुनौती नहीं है।
देश में कोरोना के कारण डेढ़ लाख से अधिक लोगों की जानें गई जबकि आज भी Road Accidents में उससे ज्यादा लोगों की जानें जा रही है। लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि श्री @nitin_gadkari जी के नेतृत्व में हम सड़क सुरक्षा के मामले में और बेहतर होंगे। pic.twitter.com/APdMC8JSK6
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 18, 2021
सड़क हादसों से देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान: राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे देश में जितने सड़क हादसे हो रहे हैं उससे देश की अर्थव्यवस्था में जीडीपी के 3% का नुकसान होता है। इसलिए इस राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का हर साल आयोजन महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना होने से केवल एक व्यक्ति या परिवार की ही क्षति नही होती बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था को भी ये प्रभावित करती है। लोगों में जागरूकता पैदा करना हमारी केवल एक माह की ही जिम्मेदारी नही बनती है बल्कि यह सिलसिला सतत चलते रहना चाहिए।
सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूक होना जरूरी: राजनाथ सिंह
इससे पहले रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि आज दिल्ली में आयोजित ‘राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह’ के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का अवसर मिला। सड़क सुरक्षा के संबंध में जितनी अधिक से अधिक जागरूकता फैलेगी, वह हमारे देश और समाज के लिए उतनी ही कल्याणकारी होगी। मैं इस आयोजन के लिए मंत्री नितिन गडकरी को बधाई देता हूँ ।
सरकार जल्द खोलेगी ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल: गडकरी
वहीं इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि भारत में सड़क दुर्घटना में 415 लोग रोज़ मर रहे हैं। अगर हम 2030 तक राह देखते रहेंगे तो 6-7 लाख लोग इसमें मर जाएंगे। 2025 तक हम आपके सहयोग से सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतें और दुर्घटनाएं 50% से नीचे कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा पिछड़े क्षेत्रों में ड्राइविंग स्कूल खोलने की है। इससे 22 लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा। ठीक से प्रशिक्षित करेंगे तो लोगों की जान बचेगी। पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों में कौशल विकास मंत्रालय और हमारा मंत्रालय मिलकर ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल का काम कर रहे हैं।