निर्यात को बढ़ाने के लिए भारतीय राजदूतों की अहम भूमिका, अमरीका के साथ 70 अरब डॉलर को होगा कारोबार

punjabkesari.in Monday, Apr 04, 2022 - 05:47 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: विदेशों में भारतीय दूतावास देश के निर्यात को बढ़ाने के लिए महत्व पूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय दूतावासों और भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने व्यापार विवादों को दूर करने, व्यापार सौदों पर बातचीत करने और निर्यात प्रोत्साहन कार्यक्रमों के आयोजन के लिए मिलकर काम किया है। नतीजन भारत जिन पांच देशों को सबसे ज्यादा निर्यात कर रहा है उस सूची में अमरीका टॉप पर पहुंच गया है। शीर्ष पांच देशों में अमरीका के अलावा संयुक्त अरब अमीरात ,चीन, बांग्लादेश और नीदरलैंड शामिल हैं। कुल 400 अरब डॉलर के निर्यात बास्केट में से करीब 70 अरब डॉलर संयुक्त राज्य अमेरिका को निर्यात किया जाएगा। वास्तव में वित्त वर्ष 2022 में  संयुक्त राज्य अमेरिका को अब तक का सबसे अधिक निर्यात मात्रा होगा। पिछले साल व्यापार नीति मंच के बाद भारत और अमेरिका ने भारत से आम और अनार के निर्यात पर एक समझौता किया है।

अमरीका में कैसे मिली सफलता
अमेरिका के साथ भारत के व्यापार संबंधों के बारे में बात करते हुए भारतीय राजदूत तरणजीत संधू ने कहा कि परंपरागत क्षेत्रों जैसे परिधान, कीमती पत्थरों और समुद्री उत्पादों के अलावा अमेरिका में भारत के निर्यात में फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे और नए क्षेत्रों को शामिल करने के लिए विस्तार हुआ है। भारत निर्यात में ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया है। संधू बताते हैं कि प्रमुख अमरीकी सीईओ के साथ उनकी बातचीत हुई है और वे भारत से अपने संसाधन और निवेश बढ़ाने के लिए आगे आ रहे हैं। वह कहते हैं कि यह पीएम नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भरता और मेक इन इंडिया दृष्टिकोण के अनुरूप है। संयुक्त राज्य में भारतीय दूतावास ने भारतीय निर्यातकों के 15,000 प्रश्नों का उत्तर दिया है और पिछले साल 100 निर्यात प्रोत्साहन कार्यक्रम आयोजित किए।

यूएई के साथ ऐसे बढ़ा कारोबार
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सीईपीए पर हस्ताक्षर करने से पहले अबू धाबी में भारतीय दूतावास पिछले एक साल से वहां स्थानीय व्यापारियों और आयातकों के साथ नियमित रूप से बातचीत कर रहा था। संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर कहते हैं कि हम रत्न, आभूषण, कपड़ा, खेल के सामान, इंजीनियरिंग का सामान और जूते के आयातकों के साथ जुड़ रहे हैं। वास्तविक मूल्यांकन प्राप्त करने के लिए दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स और अबू धाबी चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों के साथ भी लगातार बातचीत होती रहती है ।

केंद्र सरकार का योगदान महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान ही मिशन आत्मनिर्भर भारत के तौर पर दुनियाभर में सभी हितधारकों से सीधा संवाद किया। उन्होंने न सिर्फ भारतीय कारोबारियों बल्कि विदेश में मौजूद भारतीय राजदूतों से भी अपने विजन के बारे में बात की। सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक करीब 200 देशों या जगहों में हो रहे कारोबार पर उनकी सीधी नजर थी। उनके इस लक्ष्य की वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल लगातार मॉनिटरिंग करते रहे और तकरीबन हर हफ्ते ही निर्यात से जुड़े कारोबारियों के साथ संपर्क स्थापित कर उनकी दिक्कतों का समाधान तलाशते रहे। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सबसे पहले भारत में इससे जुड़ी क्षमता वाले राज्यों की पहचान की गई। फिर ऐसे 480 जिलों को भी निर्यात नेटवर्क से जोड़ा गया जिनके उत्पादों की विदेशों में जरूरत होने वाली थी।


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Content Writer

Anil dev

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