भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग 707 बंद, मानसून ने मचाई तबाही... अब तक 106 लोगों की मौत
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 05:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में शिलाई के पास बुधवार को हुए भूस्खलन के कारण पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग 707 (हाटकोटी से पांवटा) अवरुद्ध हो गया और वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि यातायात को बहाल करने का कार्य किया जा जा रहा है, लेकिन पहाड़ से गिर रहे मलबे के कारण काम में बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने बताया कि मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।
20 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग 707 सहित लगभग 260 सड़कें अवरुद्ध हैं, जिनमें आपदा प्रभावित मंडी जिले में 140, सिरमौर में 55 और कुल्लू में 35 सड़कें शामिल हैं। इसके अनुसार बुधवार सुबह तक जलापूर्ति की 171 परियोजनाएं और बिजली के 151 ट्रांसफार्मर प्रभावित हैं। स्थानीय मौसम विभाग ने 21 और 22 जुलाई को राज्य के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का ‘ऑरेंज' अलर्ट और 20 जुलाई तक 12 जिलों में से एक से सात जिलों के कुछ इलाकों में भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट' जारी किया है।
इस बीच, राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मंगलवार शाम से कोठी, जटौन बैराज और सराहन में 40-40 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद ददाहू में 30 मिलीमीटर, नाहन में 21.3 मिलीमीटर, मनाली में 17 मिलीमीटर, धौलाकुआं में 16 मिलीमीटर और नारकंडा में 15 मिलीमीटर बारिश हुई।
106 लोगों की जान जा चुकी जान, 189 घायल
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने बताया कि 20 जून को मानसून की शुरुआत से लेकर 15 जुलाई तक लगभग 106 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 62 मौतें वर्षाजनति घटनाओं में हुईं और 44 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं। 189 लोग घायल हुए हैं, जबकि 35 लापता हैं।
18 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान
विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश को 818 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। इसने बताया कि इस मानसून में राज्य में बाढ़ की 31, बादल फटने की 22 और भूस्खलन की 18 घटनाएं हुई हैं।